राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रवासी राजस्थान दिवस के मौके पर विश्वभर से आए प्रवासी राजस्थानियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह आयोजन केवल एक समारोह नहीं, बल्कि राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और ग्लोबल पहचान का मिलन है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश और प्रवासी समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करने के लिए राजस्थान फाउंडेशन के 14 नए चैप्टर स्थापित करने की घोषणा की। इनमें से 9 विदेशों और 5 देश के विभिन्न राज्यों में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने अगले वर्ष फिर से राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के आयोजन की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा हमने गत वर्ष राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ रुपए के समझौते किए थे। इनमें से एक लाख करोड़ रुपए के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग के साथ 8 लाख करोड़ रुपए के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 23 हजार करोड़ रुपए के नए ट्रांसमिशन नेटवर्क, 22,860 मेगावॉट की सोलर कैपेसिटी और माही-बांसवाड़ा परमाणु ऊर्जा परियोजना आदि प्रदेश को तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। पिछले दो वर्षं में 36 हजार किमी से अधिक सडक़ों का निर्माण कार्य हुआ है। जयपुर मेट्रो का नया चरण, कोटा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और हवाई अड्डों का विस्तार तेजी से प्रगति पर है। राजस्थान के कई शहरों में कंटेनर डिपो शुरू किए गए हैं तथा लॉजिस्टिक्स सेक्टर में आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। केंद्रीय उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रदेश के पास डेमोग्राफिक डिविडेंड, डिपेंडेबिलिटी, डिसाइसिवनेस, डिवोशन, डिमांड और डाइवर्सिटी की अद्भुत क्षमता है। राजस्थान में 35 लाख करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के माध्यम से राजस्थान की हस्तकला और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर पहचान दी जा रही है। राजस्थान के उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ के मंत्र पर पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। पिछले 24 महीनों में राजस्थान ने औद्योगिक क्षेत्रों के विकास, कनेक्टिविटी सुधारने और सिंगल विंडो क्लीयरेंस प्रणाली को और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क नीति, 2 हजार औद्योगिक भूखंडों के आवंटन और बड़ी संख्या में उद्योगों को पर्यावरण स्वीकृति से मुक्त करने जैसे कई नीतिगत सुधार किए हैं। टाटा पावर के सीईओ एवं एमडी प्रवीर सिन्हा ने कहा कि राजस्थान में 800 गीगावाट सौर और 200 गीगावाट पवन ऊर्जा उत्पादन की क्षमता मौजूद है।