जेएसडब्ल्यू ग्रुप की सीमेंट कंपनी जेएसडब्ल्यू सीमेंट लि. का 3600 करोड़ रुपए का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 7 अगस्त को ओपन होकर 11 अगस्त, 2025 को बंद होगा जिसके तहत 10 रुपए फेस वेल्यू वाले शेयरों को 139-147 रुपए के प्राइस-बेंड पर इश्यू कर कंपनी जहां 1600 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए कंपनी के 3 इंवेस्टर अपनी कुछ होल्डिंग बेचकर 2000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना रखते हैं। आईपीओ से जुटाए गए फंड्स में से 800 करोड़ रुपए का यूज ग्रीनफील्ड कैपेक्स के लिए व 520 करोड़ रुपए का यूज डेब्ट रीपेमेंट के लिए किया जाएगा। जेएसडब्ल्यू सीमेंट लि. सज्जन जिंदल फैमिली ट्रस्ट की 78.6' सब्सिडियरी कंपनी है जिसकी प्रमुख रूप से साउथ व ईस्ट इंडिया में कुल 20.60 मिलियन टन सालाना की इंस्टॉल्ड ग्राइंडिंग कैपेसिटी है। कंपनी वेस्ट, नॉर्थ व सेंट्रल इंडिया में एक्सपेंशन कर अपनी ग्राइंडिंग कैपेसिटी को 41.85 मिलियन सालाना करने पर कार्य कर रही है। कंपनी के कैपेसिटी युटिलाइजेशन के ट्रेंड को देखें तो 2023-24 में 67.5' के मुकाबले 2024-25 में यह घटकर 63' रह गया जो 2024-25 में 72' के ऑल-इंडिया एवरेज सीमेंट युटिलाइजेशन की तुलना में काफी कम कहा जा सकता है। पिछले 4 फाइनेंशियल ईयर जेएसडब्ल्यू सीमेंट लि. का ग्राइंडिंग कैपेसिटी युटिलाइजेशन भी ऑल-इंडिया एवरेज से काफी कम रहा है जो चिंताजनक फेक्टर है क्योंकि सीमेंट इंडस्ट्री में तेजी से कैपेसिटी एडीशन दर्ज किया जा रहा है। सीमेंट बिजनस का आधार High Sales Volume है क्योंकि इसमें शुरुआती स्तर पर कैपेक्स काफी अधिक रहता है। इस स्थिति में कमजोर कैपेसिटी युटिलाइजेशन के चलते ऑपरेटिंग लीवरेज का बेनेफिट मिलना काफी मुश्किल हो जाता है जिससे मार्जिन आउटलुक कमजोर पड़ जाता है। ऐसे में जेएसडब्ल्यू सीमेंट के आईपीओ के संबंध में नेगेटिव फेक्टर्स में कमजोर कैपेसिटी युटिलाइजेशन को अहम माना जा सकता है।