TOP

ई - पेपर Subscribe Now!

ePaper
Subscribe Now!

Download
Android Mobile App

Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

17-07-2025

एडिबल ऑयल कंपनियों की रेवेन्यू में आ सकती है गिरावट

  •  कम प्राप्तियों के कारण एडिबल ऑयल रिफाइनरियों का राजस्व चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर दो-तीन प्रतिशत घटकर 2.6 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि एडिबल ऑयल कंपनियों की बिक्री में सालाना आधार पर 2.8-3 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, परिचालन मार्जिन 0.30 से 0.50 प्रतिशत घटकर 3.3-3.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। भारत अपनी एडिबल ऑयल आवश्यकताओं का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है, जिसमें कच्चे पाम तेल का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक और सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल और अन्य तेलों का शेष हिस्सा है। क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक जयश्री नंदकुमार ने कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में आयात की मात्रा 2.8-3 प्रतिशत की दर से बढक़र 2.55-2.6 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वित्त वर्ष तक पांच साल के 2.7 प्रतिशत के औसत से कुछ अधिक है।

Share
एडिबल ऑयल कंपनियों की रेवेन्यू में आ सकती है गिरावट

 कम प्राप्तियों के कारण एडिबल ऑयल रिफाइनरियों का राजस्व चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर दो-तीन प्रतिशत घटकर 2.6 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। क्रिसिल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि एडिबल ऑयल कंपनियों की बिक्री में सालाना आधार पर 2.8-3 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप, परिचालन मार्जिन 0.30 से 0.50 प्रतिशत घटकर 3.3-3.5 प्रतिशत रहने की उम्मीद है। भारत अपनी एडिबल ऑयल आवश्यकताओं का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है, जिसमें कच्चे पाम तेल का हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक और सोयाबीन तेल, सूरजमुखी तेल और अन्य तेलों का शेष हिस्सा है। क्रिसिल रेटिंग्स की निदेशक जयश्री नंदकुमार ने कहा, ‘‘इस वित्त वर्ष में आयात की मात्रा 2.8-3 प्रतिशत की दर से बढक़र 2.55-2.6 करोड़ टन पर पहुंचने का अनुमान है, जो पिछले वित्त वर्ष तक पांच साल के 2.7 प्रतिशत के औसत से कुछ अधिक है।


Label

PREMIUM

CONNECT WITH US

X
Login
X

Login

X

Click here to make payment and subscribe
X

Please subscribe to view this section.

X

Please become paid subscriber to read complete news