TOP

ई - पेपर Subscribe Now!

ePaper
Subscribe Now!

Download
Android Mobile App

Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

07-07-2025

लगातार मांग बढऩे से तांबे की कीमतें 980-1,020 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंचने के लिए तैयार

  •  तांबे की कीमत 10,000 डॉलर की सीमा के करीब पहुंचने के बाद, घरेलू मोर्चे पर 980-1,020 रुपए प्रति किलोग्राम और लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर 10,800-11,000 डॉलर प्रति मीट्रिक टन तक पहुंचने के लिए तैयार है। यह जानकारी आई एक रिपोर्ट में दी गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, अधिशेष अनुमानों और लगातार मांग संबंधी चिंताओं के बीच नाजुक संतुलन बने हुए हैं। इस बीच अमेरिकी डॉलर में गिरावट, ट्रेजरी यील्ड में नरमी आने और ब्याज दरों में कटौती या कम वृद्धि की उम्मीदों सहित अनुकूल परिस्थितियां तांबे के लिए आगे की ओर बढऩे की प्रवृत्ति का नेतृत्व कर रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स तीन वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है, क्योंकि ट्रेजरी यील्ड में नरमी आई है और दरों में कटौती या कम वृद्धि की उम्मीदें हैं। डॉलर में नरमी और निवेशकों के बीच जोखिम उठाने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण कीमतों में और वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, तांबे के स्टॉक कम हो रहे हैं, जिससे वायदा कीमतों में भारी गिरावट आ रही है। एलएमई कैश-3एम स्प्रेड 100 डॉलर से ऊपर चला गया है, जो दर्शाता है कि तत्काल डिलीवरी के लिए तांबे की कमी है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के ग्रुप सीनियर वीपी-कमोडिटी रिसर्च, नवनीत दमानी ने कहा, कॉपर कॉम्प्लेक्स में सेंटीमेंट बदल रहा है और बाजार प्रतिभागी जो पहले सावधानी से पोजीशन ले रहे थे, वे धीरे-धीरे शॉर्ट कवर कर रहे हैं। कमोडिटी ट्रेडिंग सलाहकारों और सिस्टमैटिक फंड्स ने अपने दांव पलट दिए हैं क्योंकि मजबूत मांग और कम इन्वेंट्री ने उन्हें पोजीशन पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा, सेंटीमेंट में यह बदलाव अक्सर लंबी रैलियों से पहले आता है, खासकर जब व्यापक अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा हो रिपोर्ट के अनुसार, एलएमई गोदाम के स्टॉक 1,00,000 टन से नीचे गिर गए हैं, जो लगभग दो वर्षों में सबसे कम स्तर है, जबकि कॉमेक्स स्टॉक तेज़ गति से बढ़ रहे हैं। इस आपूर्ति की कमी का मुख्य कारण व्यापारी बन रहे हैं, जो इस साल की शुरुआत में शुरू हुई तांबे के आयात की जांच के परिणामस्वरूप संभावित आयात शुल्क की प्रत्याशा में अमेरिकी बाजार में अनुमानित 400 किलोटन तांबे को जल्द से जल्द लाने की कोशिश कर रहे हैं।

Share
लगातार मांग बढऩे से तांबे की कीमतें 980-1,020 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंचने के लिए तैयार

 तांबे की कीमत 10,000 डॉलर की सीमा के करीब पहुंचने के बाद, घरेलू मोर्चे पर 980-1,020 रुपए प्रति किलोग्राम और लंदन मेटल एक्सचेंज (एलएमई) पर 10,800-11,000 डॉलर प्रति मीट्रिक टन तक पहुंचने के लिए तैयार है। यह जानकारी आई एक रिपोर्ट में दी गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट के अनुसार, अधिशेष अनुमानों और लगातार मांग संबंधी चिंताओं के बीच नाजुक संतुलन बने हुए हैं। इस बीच अमेरिकी डॉलर में गिरावट, ट्रेजरी यील्ड में नरमी आने और ब्याज दरों में कटौती या कम वृद्धि की उम्मीदों सहित अनुकूल परिस्थितियां तांबे के लिए आगे की ओर बढऩे की प्रवृत्ति का नेतृत्व कर रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स तीन वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर है, क्योंकि ट्रेजरी यील्ड में नरमी आई है और दरों में कटौती या कम वृद्धि की उम्मीदें हैं। डॉलर में नरमी और निवेशकों के बीच जोखिम उठाने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण कीमतों में और वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल बन रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, तांबे के स्टॉक कम हो रहे हैं, जिससे वायदा कीमतों में भारी गिरावट आ रही है। एलएमई कैश-3एम स्प्रेड 100 डॉलर से ऊपर चला गया है, जो दर्शाता है कि तत्काल डिलीवरी के लिए तांबे की कमी है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के ग्रुप सीनियर वीपी-कमोडिटी रिसर्च, नवनीत दमानी ने कहा, कॉपर कॉम्प्लेक्स में सेंटीमेंट बदल रहा है और बाजार प्रतिभागी जो पहले सावधानी से पोजीशन ले रहे थे, वे धीरे-धीरे शॉर्ट कवर कर रहे हैं। कमोडिटी ट्रेडिंग सलाहकारों और सिस्टमैटिक फंड्स ने अपने दांव पलट दिए हैं क्योंकि मजबूत मांग और कम इन्वेंट्री ने उन्हें पोजीशन पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा, सेंटीमेंट में यह बदलाव अक्सर लंबी रैलियों से पहले आता है, खासकर जब व्यापक अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा हो रिपोर्ट के अनुसार, एलएमई गोदाम के स्टॉक 1,00,000 टन से नीचे गिर गए हैं, जो लगभग दो वर्षों में सबसे कम स्तर है, जबकि कॉमेक्स स्टॉक तेज़ गति से बढ़ रहे हैं। इस आपूर्ति की कमी का मुख्य कारण व्यापारी बन रहे हैं, जो इस साल की शुरुआत में शुरू हुई तांबे के आयात की जांच के परिणामस्वरूप संभावित आयात शुल्क की प्रत्याशा में अमेरिकी बाजार में अनुमानित 400 किलोटन तांबे को जल्द से जल्द लाने की कोशिश कर रहे हैं।


Label

PREMIUM

CONNECT WITH US

X
Login
X

Login

X

Click here to make payment and subscribe
X

Please subscribe to view this section.

X

Please become paid subscriber to read complete news