अप्रेल-जून की पहली तिमाही में टू-व्हीलर इंडस्ट्री भी धाराशायी हो गई। पैसेंजर वेहीकल्स के बाद टू-व्हीलर इंडस्ट्री में भी करेक्शन आने का सीधा अर्थ है कि इकोनॉमी में कुछ ना कुछ मिसिंग लिंक है। इसमें शायद ही कोई दोराय हो कि अंडरकरंट पॉजिटिव नहीं है। सियाम का डेटा कहता है कि पहली तिमाही में देश में कुल 46.75 लाख टू-व्हीलर की सेल्स हुई जिनमें से 41.50 लाख भारत में बिके और 5.15 लाख का एक्सपोर्ट हुआ। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले टू-व्हीलर सेल्स में 6.2 परसेंट का बड़ा करेक्शन दिख रहा है। साथ में लगी टेबल से पता चलता है कि रॉयल एनफील्ड और टीवीएस को छोडक़र ज्यादातर टू-व्हीलर ब्रांड्स की सेल्स में या तो करेक्शन दिखा या फिर फ्लेट ग्रोथ हुई। ऐसे माहौल में भी टीवीएस मोटर्स अपने सेल्स वॉल्यूम को बचाए रखने के साथ ही ग्रोथ ट्रेजेक्टरी पर बनाए रखने में कामयाब रही है। तिमाही के दौरान दो और तीन पहिया कंपनी टीवीएस ने कुल 12.77 लाख यूनिट्स की रिकॉर्ड सेल्स की, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 17 परसेंट ज्यादा है। मोटरसाइकल सेल्स सालाना आधार पर 21 परसेंट ग्रोथ के साथ पहली तिमाही में 6.21 लाख यूनिट्स रही जबकि स्कूटर सेल्स में 19 परसेंट की ग्रोथ रही और इनका सेल्स वॉल्यूम 4.99 लाख यूनिट्स रहा। इस तिमाही में टीवीएस की 3-पहिया सेल्स 46 परसेंट बढक़र 45 हजार यूनिट्स हो गई। वहीं, इलेक्ट्रिक स्कूटर की सेल्स 35 परसेंट बढक़र 70 हजार यूनिट्स रही। फाडा ने हाल ही कहा था कि तिमाही में दोपहिया वाहनों की रिटेल सेल्स 5 परसेंट बढ़ी है। जून महीने में त्योहारी और विवाह सीजन की मांग ने दोपहिया की सेल्स को बढ़ावा दिया, इसके साथ ही समय पर मानसून और ईवी की बढ़ती पैठ ने भी योगदान दिया। मोतिलाल ओसवाल की एक रिसर्च रिपोर्ट में पहले बताया गया था कि, जहां पहली तिमाही में मोटरसाइकल वॉल्यूम्स 9 परसेंट गिरे, वहीं टीवीएस एक अपवाद रहा और इसके वॉल्यूम्स में ग्रोथ हुई। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि टीवीएस 150-250 सीसी सेगमेंट में आउटपरफॉर्मर रहा, जबकि पूरे सेगमेंट का प्रदर्शन कमजोर रहा और कंपीटिटर कंपनियों की सेल्स में सालाना आधार पर डबल-डिजिट गिरावट आई। वहीं सैगमेंट में टीवीएस की वॉल्यूम्स में 19 परसेंट की ग्रोथ हुई। मोतिलाल ओसवाल के अनुसार, टीवीएस अब इस सेगमेंट में मार्केट लीडर बन चुका है, जिसने 8.40 परसेंट की बढ़ोतरी के साथ 31.6 परसेंट मार्केट शेयर पर कब्जा जमा लिया है। टीवीएस की अपाचे और रोनिन दोनों मॉडल की सेल्स मजबूत बनी हुई है। टीवीएस ने आइस (पेट्रोल) स्कूटर सेगमेंट में भी बड़ी बढ़त बनाई है, जबकि यह सेगमेंट सालाना आधार पर 5 परसेंट घटा है। इसके विपरीत, टीवीएस ने अपने प्रतिस्पर्धियों को पीछे छोड़ते हुए 20.5 परसेंट की ग्रोथ दर्ज की वहीं सुजुकी की स्कूटर सैगमेंट ग्रोथ लगभग 11 परसेंट रही। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि टीवीएस ने स्कूटर सेगमेंट में 6 परसेंट की बड़ी मार्केट शेयर बढ़ोतरी हासिल कर पहली तिमाही में 27.9 परसेंट पहुंच गई। नए लॉन्च हुआ जुपिटर 110 है की डिमांड काफी तेज है और इसने सालाना आधार पर 37 परसेंट की ग्रोथ हुई हालांकि एनटॉर्क की सेल्स में पहली तिमाही में 16 परसेंट की गिरावट दर्ज की गई।
