कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री (सिटी) ने कहा है कि अमेरिका 1 अगस्त से भारत पर 25 परसेंट टैरिफ के साथ पेनल्टी भी लागू कर रहा है। अमेरिका भारत के टेक्सटाइल एंड गारमेंट एक्सपोर्ट का सबसे बड़ा बाजार है। जनवरी से मई 2025 के बीच अमेरिका ने भारत से 4.59 बिलियन डॉलर के टेक्सटाइल और गारमेंट्स इंपोर्ट किए हैं जो जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में हुए 4.05 बि. डॉलर के एक्सपोर्ट के मुकाबले 13 परसेंट की ग्रोथ दिखाता है। वेलस्पन, गोकलदास, एड काउंट और ट्राइडेंट आदि कंपनियों की कुल सेल्स में अमेरिका का शेयर 40-70 परसेंट तक है। अमेरिका ने बांग्लादेश जैसे भारत के कंपीटिटर देश पर 35 परसेंट टैरिफ लगाया है जबकि इंडोनेशिया, वियतनाम और कंबोडिया पर टैरिफ रेट्स क्रमश: 19 परसेंट, 20 परसेंट और 36 परसेंट हैं। सिटी के चेयरमैन राकेश मेहरा के अनुसार हमारा केवल बांग्लादेश के मामले में अपर हैंड होगा बाकि के मुकाबले नुकसान होगा। पेनल्टी को लेकर क्लेरिटी नहीं होने से बिजनस प्लान बनाना भी चैलेंजिंग है। हालांकि सिटी को उम्मीद है कि यह टैरिफ विवाद भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील लागू हो जाने के साथ ही सुलझ जाएगा। मेहरा ने कहा बात सिर्फ एक्सपोर्ट इनकम की नहीं है। इससे भी बड़ा चैलेंज भारत के कई लाख लोगों के रोजगार का है। भारत ने 2030 तक 100 बिलियन डॉलर के टेक्सटाइल एंड गारमेंट एक्सपोर्ट का टार्गेट रखा है।
