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04-06-2025

Ganga Bath Fittings : Margin-Less बिजनस के साथ ही वेल्यूएशन भी Unreasonable

  •  गंगा बाथ फिटिंग्स लि. का 32.65 करोड़ रुपये का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4 जून को ओपन होकर 6 जून 2025 को बंद होगा। इसके तहत कंपनी 46-49 रुपये के प्राइस-बेंड पर शेयर इश्यू कर 32.65 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आईपीओ फंड्स में से 20.13 करोड़ रुपये का यूज कैपेक्स के लिए व 5.33 करोड़ रुपये का यूज डेब्ट रीपेमेंट के लिए किया जाएगा। यह कंपनी बाथरूम एक्सेसरीज व फिटिंग्स की मेन्यूफेक्चरिंग व ट्रेडिंग करती है। हालांकि कंपनी के फाइनेंशियल नंबर्स व मांगे जा रहे वेल्यूशन का एनालिसिस करें तो इंवेस्टमेंट के लिहाज से इसमें व्यापक जोखिम नजर आती है। कंपनी के फाइनेंशियल परफोर्मेंस को देखें तो 2021-22 में कंपनी ने 22.34 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर मात्र 0.21 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया जिसपर नेट प्रॉफिट मार्जिन 0.94 प्रतिशत आता है। 2022-23 में कंपनी ने 30.68 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर 1 प्रतिशत के नेट मार्जिन पर 0.31 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया। हालांकि, 2023-24 में कंपनी ने 32.01 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर 2.48 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया। यानि कंपनी के नेट मार्जिन एकाएक बढक़र 7.75 प्रतिशत हो गए। अप्रेल-दिसंबर 2024 में तो कंपनी के नेट मार्जिन 14 प्रतिशत के लेवल पर पहुंच गए। ऐसा तब है जबकि इस सेगमेंट की अधिकतर अन्य लिस्टेड कंपनियां प्रॉफिट मार्जिनों को बढ़ाना तो दूर बल्कि उन्हें मेंटेन कर पाने के लिए भी जूझ रही हैं। आईपीओ से ठीक पहले प्रॉफिट मार्जिनों का इस तरह से बढऩा संदेह पैदा करता है। यही नहीं 31 मार्च 2024 को मात्र 1.91 करोड़ रुपये के ष्ठद्गड्ढह्लशह्म् के मुकाबले 31 दिसंबर 2024 को कंपनी के ष्ठद्गड्ढह्लशह्म्ह्य बढक़र 14.28 करोड़ रुपये हो गए। दिलचस्प रूप से कंपनी ने अपने प्रोस्पेक्टस में बताया है कि इन ष्ठद्गड्ढह्लशह्म्ह्य की पूरी रिकवरी की कोई गारंटी कंपनी नहीं दे सकती। वेल्यूएशन की बात करें तो 2023-24 के प्रॉफिट के आधार पर कंपनी 43.75 गुना जबकि 2024-25 में एकाएक बढ़े प्रॉफिट के आधार पर कंपनी 18 गुना के पीई-मल्टीपल का वेल्यूएशन मांग रही है। महज 32 करोड़ रुपये की एनुअल रेवेन्यू के बदले कंपनी आईपीओ के तहत 109 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मांग रही है जो किसी भी लिहाज से रीजनेबल नहीं कहा जा सकता। कुल मिलाकर देखें तो फाइनेंशियल परफोर्मेंस में आईपीओ से ठीक पहले एकाएक आए सुधार व अनरीजनेबल वेल्यूएशन के चलते गंगा बाथ फिटिंग्स का एसएमई आईपीओ बेहद जोखिमपूर्ण माना जा सकता है। कंपनी ने आईपीओ के लिए नई दिल्ली बेस्ड जावा कैपिटल सर्विसेज प्राइवेट लि. को मर्चेंट बैंक अपाइंट किया गया है।

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Ganga Bath Fittings : Margin-Less बिजनस के साथ ही वेल्यूएशन भी Unreasonable

 गंगा बाथ फिटिंग्स लि. का 32.65 करोड़ रुपये का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4 जून को ओपन होकर 6 जून 2025 को बंद होगा। इसके तहत कंपनी 46-49 रुपये के प्राइस-बेंड पर शेयर इश्यू कर 32.65 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। आईपीओ फंड्स में से 20.13 करोड़ रुपये का यूज कैपेक्स के लिए व 5.33 करोड़ रुपये का यूज डेब्ट रीपेमेंट के लिए किया जाएगा। यह कंपनी बाथरूम एक्सेसरीज व फिटिंग्स की मेन्यूफेक्चरिंग व ट्रेडिंग करती है। हालांकि कंपनी के फाइनेंशियल नंबर्स व मांगे जा रहे वेल्यूशन का एनालिसिस करें तो इंवेस्टमेंट के लिहाज से इसमें व्यापक जोखिम नजर आती है। कंपनी के फाइनेंशियल परफोर्मेंस को देखें तो 2021-22 में कंपनी ने 22.34 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर मात्र 0.21 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया जिसपर नेट प्रॉफिट मार्जिन 0.94 प्रतिशत आता है। 2022-23 में कंपनी ने 30.68 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर 1 प्रतिशत के नेट मार्जिन पर 0.31 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया। हालांकि, 2023-24 में कंपनी ने 32.01 करोड़ रुपये की रेवेन्यू पर 2.48 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया। यानि कंपनी के नेट मार्जिन एकाएक बढक़र 7.75 प्रतिशत हो गए। अप्रेल-दिसंबर 2024 में तो कंपनी के नेट मार्जिन 14 प्रतिशत के लेवल पर पहुंच गए। ऐसा तब है जबकि इस सेगमेंट की अधिकतर अन्य लिस्टेड कंपनियां प्रॉफिट मार्जिनों को बढ़ाना तो दूर बल्कि उन्हें मेंटेन कर पाने के लिए भी जूझ रही हैं। आईपीओ से ठीक पहले प्रॉफिट मार्जिनों का इस तरह से बढऩा संदेह पैदा करता है। यही नहीं 31 मार्च 2024 को मात्र 1.91 करोड़ रुपये के ष्ठद्गड्ढह्लशह्म् के मुकाबले 31 दिसंबर 2024 को कंपनी के ष्ठद्गड्ढह्लशह्म्ह्य बढक़र 14.28 करोड़ रुपये हो गए। दिलचस्प रूप से कंपनी ने अपने प्रोस्पेक्टस में बताया है कि इन ष्ठद्गड्ढह्लशह्म्ह्य की पूरी रिकवरी की कोई गारंटी कंपनी नहीं दे सकती। वेल्यूएशन की बात करें तो 2023-24 के प्रॉफिट के आधार पर कंपनी 43.75 गुना जबकि 2024-25 में एकाएक बढ़े प्रॉफिट के आधार पर कंपनी 18 गुना के पीई-मल्टीपल का वेल्यूएशन मांग रही है। महज 32 करोड़ रुपये की एनुअल रेवेन्यू के बदले कंपनी आईपीओ के तहत 109 करोड़ रुपये का मार्केट कैप मांग रही है जो किसी भी लिहाज से रीजनेबल नहीं कहा जा सकता। कुल मिलाकर देखें तो फाइनेंशियल परफोर्मेंस में आईपीओ से ठीक पहले एकाएक आए सुधार व अनरीजनेबल वेल्यूएशन के चलते गंगा बाथ फिटिंग्स का एसएमई आईपीओ बेहद जोखिमपूर्ण माना जा सकता है। कंपनी ने आईपीओ के लिए नई दिल्ली बेस्ड जावा कैपिटल सर्विसेज प्राइवेट लि. को मर्चेंट बैंक अपाइंट किया गया है।


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