दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली घरेलू कंपनी मैरिको लिमिटेड का मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 7.81 प्रतिशत बढक़र 345 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय व्यवसाय का आकार एवं राजस्व बढऩे के साथ मजबूत अंतरराष्ट्रीय कारोबार के दम पर लाभ बढ़ा है। मैरिको लिमिटेड ने शेयर बाजार को जनवरी-मार्च, 2025 की तिमाही के नतीजे की सूचना दी। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 320 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का परिचालन से एकीकृत राजस्व 2,730 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,278 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कुल खर्च पिछले वर्ष की इसी अवधि के 1,894 करोड़ रुपये की तुलना में 2,336 करोड़ रुपये अधिक रहा। कंपनी ने कहा कि चौथी तिमाही में भारतीय व्यवसाय का आकार सात प्रतिशत बढ़ा, जबकि राजस्व में 23 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई। समूचे वित्त वर्ष (2024-25) में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 1,658 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले 1,502 करोड़ रुपये था। मैरिको के प्रबंध निदेशक और मु्ख्य कार्यपालक अधिकारी सौगत गुप्ता ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी ने एकीकृत राजस्व में 10,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। कंपनी के निदेशक मंडल ने एक रुपये के इक्विटी शेयर पर सात रुपये का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है। इस प्रस्ताव को कंपनी की वार्षिक आम सभा में शेयरधारकों की मंजूरी के लिए रखा जाएगा।