महुआ फूल का सीजन समाप्त हो गया है, लेकिन इस बार इसका उत्पादन काफी कम हुआ है तथा पुराना स्टॉक भी निपट गया है। अब जो भी माल है, कोल्ड स्टोरों, किसानों एवं कारोबारियों के पास है। पिछले दिनों पुराना माल बचने से अभी तक माल खपत की मंडियों में पड़ते में जा रहा था। अब बाहरी ट्रेड के कारोबारियों का माल कट चुका है तथा खपत के लिए पूरा 6 महीने का समय बाकी है, इसे देखते हुए दिवाली तक 70 रुपए दिवाली से पहले बन जाने की संभावना है। इस बार मध्य प्रदेश यूपी बिहार झारखंड एवं छत्तीसगढ़ में प्रतिकूल मौसम होने से महुआ की टाइपिंग काफी कम रह गई है तथा बरसात पहले शुरू हो जाने से 15 दिन पहले ही टाइपिंग समाप्त हो गई थी क्योंकि सामान्यतया उत्तर भारत में 30 जून तक टाइपिंग होती थी जो इस बार 15-16 मई के बाद से महुआ की टेपिंग पूरी तरह समाप्त हो गई तथा इस बार पुराना माल भी 15 जून तक 73-74 प्रतिशत निपट गया है, उसके बाद नया माल प्रोसेसिंग यूनिट में जाने लगा है। महुआ का उत्पादन सामान्यत: 92-93 लाख बोरी के करीब होने का अनुमान लगाया जा रहा है जो इस बार 70-71 लाख बोरी के करीब हुआ है, पुराना माल 10 लाख बोरी बचा था, जबकि गत वर्ष नया-पुराना मिलाकर सीजन पर 1.15 करोड़ बोरी आया था। इस बार उत्पादक व वितरक मंडियों में स्टॉक ज्यादा नहीं है तथा वाइन बनाने वाली कंपनियां भी हर भाव में खरीद कर रही है। गौरतलब है कि गुड़ के भाव ऊंचे हैं तथा हल्का गुड़ मंडियों में इस बार नहीं है। इधर वाइन निर्माता कंपनियों की लगातार लिवाली चल रही है, जिससे रायपुर लाइन में महुआ फूल एक सप्ताह के अंतराल दो-ढाई रुपए बढक़र 57/58 रुपए प्रति किलो हो गया है। सहडोल लाइन में 54.50/55 रुपए महुआ फूल के भाव बोल रहे हैं। उधर दुमका गिरिडीह लाइन में 53.50/54 रुपए तक क्वालिटी अनुसार महुआ फूल बिक रहा है। बिहार के सासाराम रोहतास लाइन में माल ज्यादा स्टाक में नहीं है। इधर भागलपुर अमरपुर लाइन में भी महुआ की उपलब्धि कम रही है। यूपी के कानपुर हमीरपुर बांदा बदायूं एटा मैनपुरी के साथ-साथ लखनऊ सिद्धार्थ गोरखपुर देवरिया लाइन में इस बार कम आया है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में ही स्टाक में महुआ फूल है, वह भी गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में काफी कम है, इन परिस्थितियों में जो महुआ फूल रायपुर लाइन में 57/58 रुपए प्रति किलो बिक रहा है, यह दिवाली से पहले 70 रुपए बन सकता है। तथा नई फसल आने से पहले यानी मकर संक्रांति से पहले यह 75 रुपए प्रति किलो बिक सकता है। अत: वर्तमान भाव में महुआ फूल के कारोबारियों को कोई भी रिस्क नहीं लग रहा है तथा धैर्य से व्यापार करना चाहिए।