बादाम गिरी में लोकल एवं चालानी मांग कमजोर है। वहीं पिछले 3 महीने के अंतराल कंटेनरों की उपलब्धि अधिक होने से माल का प्रेशर बढ़ गया है। पिछले दिनों की बुकिंग घटने पर काफी आयातकों ने माल मंगा लिया है, जिस कारण अभी 10 दिन के अंतराल आ गई है तथा 20/25 रुपए प्रति किलो की और गिरावट आ सकती है, उसके बाद फिर बाजार अगले महीने तेज हो जाएगा। दिल्ली अमृतसर मुंबई कानपुर इंदौर आदि सभी मंडियों में पिछले 3 महीने के अंतराल आए हुए कंटेनरों के माल काफी मात्रा में स्टॉक जमा गए हैं। दूसरी ओर एक माह के अंतराल बादाम गिरी की खपत कम रहेगी, शादियां नवरात्रि दोनों ही अक्टूबर से ही शुरू होंगी तथा ऑस्ट्रेलिया की फसल आ गई है, लेकिन वहां से पड़ता नहीं लग रहा है, केवल उसकी दहशत बनी हुई है। यही कारण है कि बाजार पिछले एक सप्ताह के अंतराल 30 रुपए घटकर 680/685 रुपए प्रति किलो कैलिफोर्निया गिरी के रह गए हैं तथा संभवत है यह 660/665 रुपए भी नीचे में एक बार बन सकती है। गौरतलब है कि जून में 1400, जुलाई में 1100 कंटेनर एवं अगस्त में 1445 कंटेनर बादाम गिरी का यहां उतर गया है। यही कारण है कि मंडियों में बिकवाली का प्रेशर बढ़ गया। गौरतलब है कि कैलिफोर्निया में प्रत्येक वर्ष बादाम के पेड़ में औसतन कमी बन रही है, इसलिए उत्पादन में वृद्धि की रफ्तार कम हो गई है। अभी एक साथ दो महीने के अंतराल कंटेनर अधिक लग गए हैं, इसलिए दहशत में काफी मंदा आ चुका है। इसी लाइन पर कभी कुछ और मंदा आ जाएगा, लेकिन 660 रुपए प्रति किलो नीचे में बनते ही एक बार खुल कर खरीद करनी चाहिए। ऑस्ट्रेलिया एवं कैलिफोर्निया को मिलाकर सकल उपलब्धि ताजा उत्पादन अनुमान के मुताबिक 2500 मिलियन पाउंड होने का अनुमान आ रहा है, कुछ बड़े आयातक एक बार बाजार को तोडक़र माल झटकने की फिराक में है।, उसके बाद बाजार आगे चलकर सितंबर से ही पुन: तेज हो जाएगा तथा यहां से भी अब ज्यादा गिरावट नहीं लग रही है।