सरसों मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित देश की सभी मंडियों में में जोरों पर चल रही है तथा इन भावों में सरसों में भी स्टॉकिस्ट लिवाल चल रहे हैं, जिससे बाजार यहां से 7000 रुपए का तेज शीघ्र बनने की संभावना बन गई है। अत: वर्तमान भाव पर माल खरीकर चलना लाभदायक रहेगा। इस बार फरवरी में मौसम का तापमान बढ़ जाने से सरसों में प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम रही है।राजस्थान के निवाई टोंक जयपुर अलवर भरतपुर सुमेरपुर कोटा बारा भवानीगंज दौसा डीडवाना सभी उत्पादक क्षेत्रों में नई सरसों रावत 7 लाख बोरी दैनिक हो रही है। वहां की अलग-अलग मंडियों में नमी के हिसाब से 550/560 रुपए प्रति क्विंटल के बीच तेल की प्रतिशतता के हिसाब से लूज में बिकने के बाद वर्तमान में 6000/6100 रुपए प्रति कुंतल भाव हो गए हैं। राजस्थान में पुरानी सरसों की आवक 2 माह पहले ही समाप्त हो गई है तथा मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात यूपी सहित सभी मंडियों को मिलाकर 7 लाख बोरी से आवक घटकर 5 लाख बोरी दैनिक सरसों आ रही है। राजस्थान की अलग-अलग मंडियों में सरसों की आवक कुल मिलाकर दो लाख बोरी के बीच हो रही है। तेल के भाव भी निवाई टोंक लाइन में जयपुर पहुंच में 140/141 रुपए जीएसटी अतिरिक्त भाव चल रहा है तथा जुलाई के महीने में 146 रुपए प्रति किलो हो जाने की संभावना है। मंडियों में कच्चे माल का दबाव अब दिन प्रतिदिन घटता जाएगा तथा यूपी में भी माल कम आएगा। हरियाणा पंजाब में भी पीक के बाद डेढ़ महीने से आवक काफी कम रह गई है। गुजरात में भी माल कम आ रहा है। अभी तक की बिजाई एवं खेतों में तैयार फसल को देखते हुए सरसों का उत्पादन 104-105 लाख मीट्रिक टन रह जाने का अनुमान आ रहा है। तथा जो सरसों जयपुर पहुंच में आज 6675 पुरानी बिकी है, वह जुलाई में 42 प्रतिशत कंडीशन वाली 7000 रुपए प्रति कुंतल तक उपर में बन सकती है।