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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

16-05-2025

राजमां चित्रा के व्यापार में घबराने की जरूरत नहीं

  •  चाइना में राजमां चित्रा के ऊंचे भाव होने से आयात काफी महंगा हो गया है। वहीं इंडियन ब्राज़ील राजमां चित्रा का उत्पादन क्वालिटी एवं क्वांटिटी में यहां अधिक होने से कारोबारी देसी माल में ज्यादा व्यापार कर रहे हैं, क्योंकि क्वालिटी बहुत बढिय़ा आई है तथा चीन की तुलना में रेट काफी नीचे है, जिससे चुगाई वाले कारोबारी एवं पैकिंग निर्माता चीन की बजाय इंडियन ब्राज़ील की खरीद में प्राथमिकता पहले दे रहे हैं, इन परिस्थितियों को देखते हुए राजमां चित्रा की जड़ में मंदा नहीं है। हम मानते हैं कि राजमां चित्रा में ग्राहकी कमजोर होने से पिछले एक पखवाड़े से व्यापार अनुकूल नहीं है। पिछले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान में 4/5 रुपए प्रति किलो की बढ़त बन गई थी, लेकिन फिर बाजार दो दिन से सुस्त पड़ गया है। इंडियन चाइना माल 98/102 रुपए एवं इंडियन ब्राजील 102/105 रुपए प्रति किलो बिक रहा है तथा ओरिजिनल चीन क्वालिटी अनुसार 105/115 रुपए के बीच बिक रहा है। भूटानी वरुण माल 80/85 रुपए के बीच चल रहे हैं, अब इन भावों में घटने की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि चीन में ऊंचे भाव चल रहे हैं तथा आयातक भी ज्यादा सौदे आगे के नहीं किए हैं। दूसरी ओर निकट में किसी भी देश से आयात पड़ता नहीं है। देश की सरहद पर स्थिति प्रतिकूल है। अत: आगे चलकर व्यापार में भरपूर लाभ मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि राजमां चित्रा का उत्पादन विगत दो दशक से लगातार घटता गया था तथा चाइना के राजमां चित्रा का चलन बढ़ता चला गया, जिससे हम चाइना के माल पर निर्भर हो चुके थे। इस बार वहां गन्ना भूटानी एवं इंडियन ब्राज़ील को मिलाकर  6-7 लाख बोरी उत्पादन हुआ है। गौरतलब है कि ब्राजील का बीज किसानों ने बारसी लाइन में इस बार अधिक बिजाई किया था तथा  उत्पादन भी अधिक हुआ है। यही कारण है कि सकल उत्पादन इस बार काफी अधिक है। इस वजह से आयातक 6-7 महीने से चाइना के सौदे कम किया है। इंडियन ब्राज़ील 100 रुपए प्रति किलो बारसी लाइन में शुरू में बिकने के बाद वर्तमान में 74/75 रुपए प्रति किलो रह गया था, जो 4-5 दिनों से 96/98 रुपए वहां बिक रहा है। इसी तरह गन्ना भूटानी माल भी उत्पादक मंडियों मे नीचे में 53/54 रुपए देख आया है तथा इस समय पुन: 77/79 रुपए  मंडियों में हो गया है। अभी भी चुगाई करने वाले कारोबारी जरूरत के अनुसार ही खरीद कर रहे हैं, जिससे अब आगे के सौदे सस्ता नहीं मिल रहा है। यहां गन्ना माल 80/85 रुपए प्रति किलो बोलने लगे हैं। अभी इन मालों में कोई रिस्क नहीं लग रहा है। चीन का व्यापार पिछले 4 महीने से निकलने लगा है, क्योंकि वहां भाव 1200/1225 डॉलर प्रति टन एवरेज माल के बोल रहे हैं तथा रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है। इससे आयात महंगा हो गया है। यहां प्रत्यक्ष रूप से बाजार में देखा जा रहा है कि जो क्वालिटी एवं क्वांटिटी राजमां चित्रा इंडियन ब्राजील की आई है, वह इसी तरह आती रही, तो 2-4 वर्षो में चीन के राजमां चित्रा का चलन धीरे-धीरे कम हो जाएगा। राजमां चित्रा चाइना गत वर्ष नीचे में 1050-1060 डॉलर प्रति टन बिकने के बाद ऊपर में 1760 डॉलर तक बन गया था, उसके भाव इस समय 1220 डॉलर है। अब देसी माल सस्ते मिलने से चीन का राजमां चित्रा कम बिक  रहा है।

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राजमां चित्रा के व्यापार में घबराने की जरूरत नहीं

 चाइना में राजमां चित्रा के ऊंचे भाव होने से आयात काफी महंगा हो गया है। वहीं इंडियन ब्राज़ील राजमां चित्रा का उत्पादन क्वालिटी एवं क्वांटिटी में यहां अधिक होने से कारोबारी देसी माल में ज्यादा व्यापार कर रहे हैं, क्योंकि क्वालिटी बहुत बढिय़ा आई है तथा चीन की तुलना में रेट काफी नीचे है, जिससे चुगाई वाले कारोबारी एवं पैकिंग निर्माता चीन की बजाय इंडियन ब्राज़ील की खरीद में प्राथमिकता पहले दे रहे हैं, इन परिस्थितियों को देखते हुए राजमां चित्रा की जड़ में मंदा नहीं है। हम मानते हैं कि राजमां चित्रा में ग्राहकी कमजोर होने से पिछले एक पखवाड़े से व्यापार अनुकूल नहीं है। पिछले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान में 4/5 रुपए प्रति किलो की बढ़त बन गई थी, लेकिन फिर बाजार दो दिन से सुस्त पड़ गया है। इंडियन चाइना माल 98/102 रुपए एवं इंडियन ब्राजील 102/105 रुपए प्रति किलो बिक रहा है तथा ओरिजिनल चीन क्वालिटी अनुसार 105/115 रुपए के बीच बिक रहा है। भूटानी वरुण माल 80/85 रुपए के बीच चल रहे हैं, अब इन भावों में घटने की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि चीन में ऊंचे भाव चल रहे हैं तथा आयातक भी ज्यादा सौदे आगे के नहीं किए हैं। दूसरी ओर निकट में किसी भी देश से आयात पड़ता नहीं है। देश की सरहद पर स्थिति प्रतिकूल है। अत: आगे चलकर व्यापार में भरपूर लाभ मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि राजमां चित्रा का उत्पादन विगत दो दशक से लगातार घटता गया था तथा चाइना के राजमां चित्रा का चलन बढ़ता चला गया, जिससे हम चाइना के माल पर निर्भर हो चुके थे। इस बार वहां गन्ना भूटानी एवं इंडियन ब्राज़ील को मिलाकर  6-7 लाख बोरी उत्पादन हुआ है। गौरतलब है कि ब्राजील का बीज किसानों ने बारसी लाइन में इस बार अधिक बिजाई किया था तथा  उत्पादन भी अधिक हुआ है। यही कारण है कि सकल उत्पादन इस बार काफी अधिक है। इस वजह से आयातक 6-7 महीने से चाइना के सौदे कम किया है। इंडियन ब्राज़ील 100 रुपए प्रति किलो बारसी लाइन में शुरू में बिकने के बाद वर्तमान में 74/75 रुपए प्रति किलो रह गया था, जो 4-5 दिनों से 96/98 रुपए वहां बिक रहा है। इसी तरह गन्ना भूटानी माल भी उत्पादक मंडियों मे नीचे में 53/54 रुपए देख आया है तथा इस समय पुन: 77/79 रुपए  मंडियों में हो गया है। अभी भी चुगाई करने वाले कारोबारी जरूरत के अनुसार ही खरीद कर रहे हैं, जिससे अब आगे के सौदे सस्ता नहीं मिल रहा है। यहां गन्ना माल 80/85 रुपए प्रति किलो बोलने लगे हैं। अभी इन मालों में कोई रिस्क नहीं लग रहा है। चीन का व्यापार पिछले 4 महीने से निकलने लगा है, क्योंकि वहां भाव 1200/1225 डॉलर प्रति टन एवरेज माल के बोल रहे हैं तथा रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है। इससे आयात महंगा हो गया है। यहां प्रत्यक्ष रूप से बाजार में देखा जा रहा है कि जो क्वालिटी एवं क्वांटिटी राजमां चित्रा इंडियन ब्राजील की आई है, वह इसी तरह आती रही, तो 2-4 वर्षो में चीन के राजमां चित्रा का चलन धीरे-धीरे कम हो जाएगा। राजमां चित्रा चाइना गत वर्ष नीचे में 1050-1060 डॉलर प्रति टन बिकने के बाद ऊपर में 1760 डॉलर तक बन गया था, उसके भाव इस समय 1220 डॉलर है। अब देसी माल सस्ते मिलने से चीन का राजमां चित्रा कम बिक  रहा है।


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