ग्राहकी कमजोर होने तथा स्टाकिस्टों की बिकवाली से बिनौला तेल के भाव 200 रुपए प्रति कुंतल घट गए। भविष्य में और गिरावट की संभावना नहीं है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल में नरमी का रुख होने तथा स्टाकिस्टों की बिकवाली से एक माह के दौरान बिनौला तेल के भाव ऊपरी स्तर से 200 रूपये घटकर 12400 रुपए प्रति क्विंटल रह गए।मुम्बई में भी उठाव कमजोर होने से इसके भाव 200 रुपए घटकर 12500 रूपये प्रति किवटल हो गए। महाराष्ट्र की मंडियों में इसके भाव इसी अनुपात में घटकर 12800/129000 रूपये प्रति क्विंटल रह गए। उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान तनाव बढनेके कारण देशी खाद तेलों की कीमतें उछल गई है। हरियाणा, पंजाब राजस्थान की आवक ,स्र हजार गांठों के लगभग दैनिक रह गई है। चालू सजन के घरों देश में कपास का उत्पादन 295 लाख गांठों के लगभग होने की संभावना है। उक्त अवधि के दौरान आयातकों की बिकवाली से विदेशी तेलों की की मतों में गिरावट रही। हाल ही में आईं गिरावट को देखते हुए बिनौला तेल की कीमतों में भविष्य में अभी और अधिक मंदे की गुंजाइश नहीं लग रही है । बाजार सीमित उतार-चढ़ाव के बीच में घूमता सकता है।