ग्लोबल दिग्गज ह्यूंदे भारत में ब्रीदर फे•ा में है। कंपनी फ्यूचर प्रॉडक्ट प्लान पर काम कर रही है। वैसे मारुति की तरह ह्यूंदे पर स्मॉल अफोर्डेबल कार कंपनी का टैग नहीं है। इस टैग को हटाने में क्रेटा ने बड़ी मदद की है। मिड सैगमेंट में पोजिशनिंग के बावजूद 10 साल में 12 लाख क्रेटा बिक चुकी हैं। चालू साल के पहले छह महीनों में ह्यूंदे क्रेटा देश की बेस्ट सैलर एसयूवी बनने में कामयाब रहा और इसी 10 साल की लीगेसी वाले मॉडल के लिए यह कोई आसान बात नहीं है। मिड और प्रीमियम सैगमेंट में क्रेटा जैसी कामयाबी दोहराने के लिए ह्यूंदे लगातार कोशिश कर रही है। खबर है कि कंपनी ने इसी कोशिश में अपने जेनेसिस प्रोजेक्ट को एक बार फिर कोल्ड बैग से बाहर निकाल लिया है। आपको याद होगा कुछ साल पहले ह्यूंदे ने मेट्रो शहरों की कुछ डीलरशिप्स पर जेनेसिस को डिस्प्ले कर कस्टमर फीडबैक भी लिया था। लेकिन तब यह प्रोजेक्ट आया गया हो गया। ह्यूंदे इंडिया एक बार फिर भारत में अपने ग्लोबल प्रीमियम ब्रांड जेनेसिस को लॉन्च करने की संभावना पर विचार कर रही है। यह दरअसल कंपनी के 2030 तक के प्रॉडक्ट प्लान का हिस्सा है जिसके तहत कंपनी 26 नए मॉडल लाॉन्च करने के साथ बैटरी-इलेक्ट्रिक वेहीकल्स और एक नया प्लांट लगाने पर फोकस करना चाहती है। एन्यूअल रिपोर्ट में ह्यूंदे के सीओओ तरुण गर्ग ने कहा हम ह्यूंदे के ग्लोबल लक्जरी ब्रांड जेनेसिस को भारत में लाने की रणनीतिक समीक्षा कर रहे हैं, ताकि डिजाइन, इनोवेशन और विशेष एक्सपीरियंस के जरिए लक्जरी की नई परिभाषा गढ़ी जा सके। यह भारत के नए और विकसित हो रहे कंज्यूमर की अपेक्षाओं को पूरा करने के हमारे लक्ष्य के अनुरूप है। जेनेसिस, ह्यूंदे का स्टेंडअलोन प्रीमियम ब्रांड है, जिसे वर्ष 2015 में लॉन्च किया गया था। इसके ग्लोबल लाइन-अप में जी70 और जी80 जैसी सेडान कार, और जीवी60, जीवी70 व जीवी80 जैसे प्रीमियम एसयूवी शामिल हैं। इनमें इलेक्ट्रिक वेरिएंट भी उपलब्ध हैं। भारत में जेनेसिस को मर्सिडीज-बेंज, बीएमडब्ल्यू, ऑडी, जेएलआर जैसे ब्रांड्स से कंपीटिशन करना होगा जो पहले से ही देश के प्रीमियम सेगमेंट में मौजूद हैं। साथ में लगी टेबल से पता चलता है कि पहले वर्ष 2015 में जेनेसिस की केेवल 384 यूनिट्स बिकी थीं लेकिन अगले ही साल ह्यूंदे ने जेनेसिस की दुनियाभर मंं 57451 यूनिट्स बेच दी थीं। लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 में जेनेसिस की कुल सेल्स 2.29 लाख यूनिट्स रही जो ऑलटाइम हाई है। जेनेसिस को ह्यूंदे दरअसल भारत के लिए नई लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी ...टूगेगर विद इंडिया-टूवडर््स न्यू होराइजन...के तहत लॉन्च कर रही है। इस स्ट्रेटेजी का मकसद भारत को कंपनी के लिए केवल एक वॉल्यूम ड्राइवर ही नहीं, बल्कि इनोवेशन और फ्यूचर मोबिलिटी का लीडर मार्केट बनाना है।
