गोवा में सुपर लग्जरी विलाज का मार्केट तेजी से डवलप हो रहा है। पचास करोड़ रुपये से अधिक की कीमत वाली यूनिट्स में शानदार वृद्धि देखने को मिल रही है। इसका कारण है कि स्टार्टअप फाउंडर्स, स्पोर्ट्स सेलीब्रिटीज, लोकल डवलपर्स, नेक्स्ट जैनरेशन बिजनेस हाउसेज और प्रॉपर्टी सलाहकारों की ओर से डिमांड काफी शानदार है। पोस्ट कोविड गोवा में बुटिक प्रॉपर्टीज, लार्ज लिविंग स्पेसेज और शानदार व्यू वाली प्रॉपर्टीज की डिमांड बढ़ी है। ऐसे एक्सक्लूसिव होम्स की इंवेंटरी लिमिटेड है। इंडिया सूथबे इंटरनेशनल रियेलिटी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा है कि बायर्स के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है और ऐसी प्रॉपर्टीज कम हैं। डवलपर्स का फोकस भी डिमांड को देखते हुए अल्ट्रा लग्जरी सेगमेंट पर शिफ्ट हो रहा है। ऐसा क्लाइंटेल डवलप होने के कारण डवलपर्स ऐसी प्रॉपर्टीज की ओर रुचि ले रहे हैं। देश के सबसे बड़े डवलपर डीएलएफ भी गोवा रियल एस्टेट मार्केट में एंटर कर रहे हैं। रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट प्रिफरेंस शिफ्ट हो रही है। हाई वैल्यू हॉलीडे होम्स जो कि नेचुरल ब्यूटी के बीच हो, इसकी मांग मैट्रो शहरों में बढ़ रही है। अल्ट्रा हाई नैटवर्थ इंडीविज्युअल्स, एनआरआई, कॉपोरेट प्रोफेशनल्स के बीच लग्जरी लिविंग की डिमांड ज्यादा देखने में आ रही है। गोवा सैकंड होम के लिए प्राइम डेस्टीनेशन के रूप में इमर्ज हो रहा है। इसलिये लग्जरी डवलपमेंट देखे जा रहे हैं। सन एस्टेट्स डवपलर्स ने वर्ष 2000 में गेटेड विला ट्रेड की शुरूआत की थी और अभी तक क्रिकेट और बॉलीवुड के लिये लग्जरी होम प्रोवाइड कर चुके हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार इस कैटेगरी का बायर स्पेस या लोकेशन पर समझौता नहीं करता है। अल्ट्रा एचएनआई गोवा में पचास करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी आराम से ले लेता है और फैसिलिटीज कम है तो समझौता नहीं करता। डिमांड और सप्लाई मिसमैच के कारण फिलहाल इस सेगमेंट में रेडी-टू-मूव इन्वेंटरी नहीं है। गोवा की बात करें यह रिच इंडियंस के लिये वेकेशन होम्स के लिये इन्वेस्टमेंट का टॉप ऑप्शन है। हॉलीडे होम बायर्स ने कहा कि गोवा को वे सैकंड होम डेस्टीनेशन के रूप में प्राथमिकता देते हैं। वैल्दी इंडियंस की टॉप चॉइस गोवा में अल्ट्रा लग्जरी विला लेना है। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि गोवा वैसे तो ट्यूरिस्ट की टॉप चॉइस लिस्ट में शामिल रहता ही है लेकिन गत वर्षों में यहां पर धनाड्य वर्ग छुट्टियां बिताने, रिलेक्स करने के लिये भी आने लगा है। इसके लिये वे होटल, रेंटेड विला नहीं अपना स्वयं का अल्ट्रा लग्जरी विला चाहते हैं। इसलिये इस सेगमेंट में डिमांड बढ़ रही है। डवलपर्स भी इस डिमांड को पूरा करने के लिये आगे आ रहे हैं। सेगमेंट के बढऩे से इस श्रेणी से जुड़ी कैटेगरीज को भी लाभ हो रहा है।