गुजरात के गांधीनगर बेस्ड सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड एक ईपीसी कंपनी है, जिसका 69.98 करोड़ रुपए का एसएमई आईपीओ एनएसई इमर्ज प्लेटफॉर्म पर सब्सक्रिप्शन के लिए 21 जुलाई को ओपन होकर 23 जुलाई 2025 को बंद होगा। सैवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर तिलक मूंदड़ा व प्रमोटर लीलाधर मूंदड़ा के अनुसार उनकी कंपनी एक प्रतिष्ठित ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) कंपनी है, जो इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट्स में अर्थवर्क और फाउंडेशन प्रीपरेशन में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी की सेवाओं में सडक़ निर्माण, एंबेंकमेंट (मिट्टी बांधना), सब-ग्रेड तैयार करना और सरफेस पेविंग शामिल हैं। इसके अलावा, सैवी इंफ्रा पुरानी संरचनाओं को सुरक्षित तरीके से गिराने यानी डिमोलिशन सर्विसेज भी प्रदान करती है, ताकि नई परियोजनाओं के लिए स्थान तैयार किया जा सके। कंपनी का एसेट-लाइट बिजनेस मॉडल इसे अन्य कंपनियों से अलग बनाता है। यह मॉडल ट्रकों और चालकों को किराए पर लेकर विशेष सेवाएं प्रदान करता है और ट्रांसपोर्टेशन से जुड़े कामों का पूरा प्रबंधन कंपनी स्वयं करती है। कंपनी अत्याधुनिक मशीनों जैसे रॉक ब्रेकर और हेवी क्सकैवेटर भी किराए पर देती है। खुदाई के लिए मैकेनिकल एक्सकेवेटर का उपयोग किया जाता है। अन्य सेवाओं में शोरिंग, स्ट्रटिंग, साइड प्रोटेक्शन, स्लश हटाना, और खुदाई की गई सामग्री का सुरक्षित निपटान शामिल है। अब तक कंपनी ने गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और ओडिशा जैसे राज्यों में श्वक्कष्ट और लॉजिस्टिक्स प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। कंपनी द्वारा आईपीओ का प्राइस बैंड 114 से 120 रुपए प्रति शेयर निर्धारित किया है। यह एक पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है जिसमें 58.32 लाख शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी का शेयर 28 जुलाई 2025 को एनएसई इमर्ज प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होना संभावित है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 101.62 करोड़ रुपए की रेवेन्यू पर 9.87 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया था, जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कंपनी ने 283.77 करोड़ रुपए की रेवेन्यू पर 23.88 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। कंपनी आईपीओ से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग मुख्य रूप से दो प्रमुख उद्देश्यों की पूर्ति के लिए करने की योजना बना रही है। सबसे पहले कंपनी अपने कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 49 करोड़ रुपये का उपयोग करेगी। कंपनी के एसएमई आईपीओ का प्रबंधन प्रमुख मर्चेंट बैंकिंग कंपनी मुंबई बेस्ड यूनिस्टोन कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।