नई दिल्ली। ब्राजील के बाद अब अर्जेन्टीना में इन दिनों में सोयाबीन की तेजी से कटाई हो रही है। दूसरी ओर, अमेरिका में तेजी से सोयाबीन बोए जाने की खबरें आ रही हैं। आगामी समय में अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर आपूर्ति प्रचुर बनी रहने के आसार से सोयाबीन रिफाइंड तेल में तेजी की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।
ब्राजील अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोडऩे वाली सोयाबीन फसल की कटाई पूरी हो गई है। ब्राजील के बाद अर्जेन्टीना में सोयाबीन की तेजी से कटाई हो रही है। एक मोटे अनुमान के अनुसार अर्जेन्टीना में अभी तक सोयाबीन की करीब 60 प्रतिशत कट चुकी है। उधर, अमेरिका में सोयाबीन की बुआई बढ़त हुए करीब 54 प्रतिशत हो जाने की खबरें आ रही हैं। गौरतलब है कि इस बार अमेरिका में सोयाबीन की रिकॉर्ड 8.82 करोड़ एकड़ मं बुआई होने का अनुमान है। ब्राजील में सोयाबीन की कटाई बेशक पूरी हो गई है लेकिन इस बार की फसल का उत्पादन बढऩे के अनुमान आने बंद नहीं हुए हैं। कुछ निजी विशेषज्ञ अभी भी इस बार ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन बढ़कर करीब 11.35 करोड़ टन के आसपास होने का अनुमान व्यक्त कर रहे हैं। अमेरिकी कृषि विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार चालू सीजन के दौरान ब्राजील में सोयाबीन का उत्पादन अभी तक के सबसे ऊंचे स्तर यानी 11.30 करोड़ टन होने की सम्भावना है। हालंाकि विभाग ने अर्जेन्टीना के सोयाबीन उत्पादन के अपने पूर्वानुमान को 5.75 करोड़ टन से घटाकर 5.60 करोड़ टन कर दिया है। अमेरिकी सोयाबीन की अंतर्राष्टï्रीय मांग कमजोर पडऩे से शिकागो के सक्रिय तिमाही सोया तेल वायदा में 8 सैंट प्रति पौंड की मंदी आने की जानकारी मिली। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि आने वाले समय में अंतर्राष्टï्रीय बाजार में सोयाबीन की प्रचुर आपूर्ति रहने की आशा है। इधर, स्थानीय थोक तेल-तिलहन बाजार में सोयाबीन रिफाइंड तेल हाल ही में मंदा होकर तेज होकर फिलहाल 660 रुपए प्रति 10 किलोग्राम पर बना हुआ है। वर्तमान तेल-तिलहन वर्ष, 2016-17 के आरम्भिक पांच महीनों यानी नवम्बर, 2016-मार्च, 2017 में खाद्य तेलों का आयात 8 प्रतिशत घटकर 57,90,276 टन का हुआ। बीते सीजन के आलोच्य अवधि में 63,19,822 टन खाद्य तेलों का आयात हुआ था। मार्च, 2017 में आयात 7 प्रतिशत घटकर 11,09,825 टन का हुआ। ब्याह-शादियों के सीजन में भी उठाव सुस्त बना हुआ है लेकिन अब उठाव बढऩे का अनुमान है। आगामी समय में सोयाबीन रिफाइंड तेल तेज होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
- एनएनएस