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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

01-09-2025

इंडिया के लग्जरी ब्यूटी मार्केट पर ग्लोबल ब्रांड्स की नजर

  •  डवलप्ड इकोनॉमीज में सेल्स ग्रोथ धीमी पड़ जाने के कारण ग्लोबल लग्जरी ब्यूटी कम्पनियों की नजर भारत पर है। बड़ी जनसंख्या वाले देश में लग्जरी ब्यूटी सेगमेंट आगे बढ़ रहा है। जापान की शीशैडो, फ्रांस की लॉरियल आदि भारतीय बाजार पर दाव लगा रहे हैं। देश का लग्जरी ब्यूटी मार्केट वर्ष 2035 तक 4 बिलियन डॉलर पर पहुंचने की सम्भावना है। 2023 में यह करीब 800 मिलियन डॉलर का था। युवा, सोशियल मीडिया सेवी शॉपर्स, उपयोग हेतु आय में बढ़ोतरी इस सेगमेंट को ड्राइव कर रहे हैं। कन्सल्टिंग फर्म कियर्नी और लग्जरी ब्यूटी डिस्ट्रीब्यूटर लक्सएशिया की रिपोर्ट में यह बताया गया है। करीब 21 बिलियन डॉलर के ब्यूटी एंड पर्सनल केयर मार्केट में लग्जरी ब्यूटी सेगमेंट का शेयर करीब 4 प्रतिशत है। टॉप साउथ ईस्ट एशियन कंट्रीज में यह 8 से करीब 24 प्रतिशत है। चीन, अमेरिका में यह शेयर करीब 48 प्रतिशत है। इसका अर्थ यह हुआ कि ग्रोथ के लिये काफी स्पेस है। एक्सपर्ट्स के अनुसार भारतीय कस्टमर्स प्रयोग करने और नया ट्राय करने में पीछे नहीं है। अमेरिकी ब्यूटी कम्पनी एस्टी लॉडर को भारतीय बाजार से काफी उम्मीदें हैं। अमेरिका और एशिया-पैसिफिक रीजन में सेल्स  धीमी रहने के बाद वे भारत में लांगटर्म ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। चेन्नई की होममेकर के अनुसार वे एस्टी लॉडर जो मैलोन लंदन फे्रगरेंस को इन्डियन मार्केट में पाकर उत्साहित हैं। अब उन्हें विदेश से इसे लाने के लिये किसी को नहीं कहना पड़ेगा। उनके अनुसार ग्लोबल ब्यूटी ब्राण्ड्स को अपने प्रोडक्ट्स को इन्डियन स्किन टाइप, टेम्पे्रचर के अनुसार मॉडीफाय करना होगा। यहां पर गर्मी, उमस का सीजन ज्यादा रहता है। दूसरी बात प्रतिस्पर्धा मिलने की है। तो रिपोर्ट के अनुसार फॉरेस्ट इसेंशियल्स, कामा आयुर्वेदा जैसे नाम हैं। चीन, जापान, साउथ कोरिया के मुकाबले में डोमेस्टिक ब्राण्ड्स करीब चालीस प्रतिशत शेयर ही ले रहे हैं। ऐसे में हम देख सकते हैं कि ग्लोबली स्थापित ब्राण्ड्स और डोमेस्टिक इन्डियन ब्राण्ड्स के बीच गैप ज्यादा है। गौरतलब है कि एस्टी लॉडर भारत के छोटे शहरों में ऑनलाइन सेल्स पैटर्न को भी समझ रही है। फैशन डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी क साथ सहयोग करने का विचार है। हर्बल इंग्रीडियंट्स वाले ब्राण्ड फॉरेस्ट इसेंशियल्स में भी निवेश की बात सामने आई है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि देश का लग्जरी ब्यूटी मार्केट आगे बढ़ रहा है। ग्लोबल ब्यूटी कम्पनियों यहां पर लग्जरी कोड बे्रक करने के लिये उत्साहित हैं।

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इंडिया के लग्जरी ब्यूटी मार्केट पर ग्लोबल ब्रांड्स की नजर

 डवलप्ड इकोनॉमीज में सेल्स ग्रोथ धीमी पड़ जाने के कारण ग्लोबल लग्जरी ब्यूटी कम्पनियों की नजर भारत पर है। बड़ी जनसंख्या वाले देश में लग्जरी ब्यूटी सेगमेंट आगे बढ़ रहा है। जापान की शीशैडो, फ्रांस की लॉरियल आदि भारतीय बाजार पर दाव लगा रहे हैं। देश का लग्जरी ब्यूटी मार्केट वर्ष 2035 तक 4 बिलियन डॉलर पर पहुंचने की सम्भावना है। 2023 में यह करीब 800 मिलियन डॉलर का था। युवा, सोशियल मीडिया सेवी शॉपर्स, उपयोग हेतु आय में बढ़ोतरी इस सेगमेंट को ड्राइव कर रहे हैं। कन्सल्टिंग फर्म कियर्नी और लग्जरी ब्यूटी डिस्ट्रीब्यूटर लक्सएशिया की रिपोर्ट में यह बताया गया है। करीब 21 बिलियन डॉलर के ब्यूटी एंड पर्सनल केयर मार्केट में लग्जरी ब्यूटी सेगमेंट का शेयर करीब 4 प्रतिशत है। टॉप साउथ ईस्ट एशियन कंट्रीज में यह 8 से करीब 24 प्रतिशत है। चीन, अमेरिका में यह शेयर करीब 48 प्रतिशत है। इसका अर्थ यह हुआ कि ग्रोथ के लिये काफी स्पेस है। एक्सपर्ट्स के अनुसार भारतीय कस्टमर्स प्रयोग करने और नया ट्राय करने में पीछे नहीं है। अमेरिकी ब्यूटी कम्पनी एस्टी लॉडर को भारतीय बाजार से काफी उम्मीदें हैं। अमेरिका और एशिया-पैसिफिक रीजन में सेल्स  धीमी रहने के बाद वे भारत में लांगटर्म ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। चेन्नई की होममेकर के अनुसार वे एस्टी लॉडर जो मैलोन लंदन फे्रगरेंस को इन्डियन मार्केट में पाकर उत्साहित हैं। अब उन्हें विदेश से इसे लाने के लिये किसी को नहीं कहना पड़ेगा। उनके अनुसार ग्लोबल ब्यूटी ब्राण्ड्स को अपने प्रोडक्ट्स को इन्डियन स्किन टाइप, टेम्पे्रचर के अनुसार मॉडीफाय करना होगा। यहां पर गर्मी, उमस का सीजन ज्यादा रहता है। दूसरी बात प्रतिस्पर्धा मिलने की है। तो रिपोर्ट के अनुसार फॉरेस्ट इसेंशियल्स, कामा आयुर्वेदा जैसे नाम हैं। चीन, जापान, साउथ कोरिया के मुकाबले में डोमेस्टिक ब्राण्ड्स करीब चालीस प्रतिशत शेयर ही ले रहे हैं। ऐसे में हम देख सकते हैं कि ग्लोबली स्थापित ब्राण्ड्स और डोमेस्टिक इन्डियन ब्राण्ड्स के बीच गैप ज्यादा है। गौरतलब है कि एस्टी लॉडर भारत के छोटे शहरों में ऑनलाइन सेल्स पैटर्न को भी समझ रही है। फैशन डिजाइनर सब्यासाची मुखर्जी क साथ सहयोग करने का विचार है। हर्बल इंग्रीडियंट्स वाले ब्राण्ड फॉरेस्ट इसेंशियल्स में भी निवेश की बात सामने आई है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि देश का लग्जरी ब्यूटी मार्केट आगे बढ़ रहा है। ग्लोबल ब्यूटी कम्पनियों यहां पर लग्जरी कोड बे्रक करने के लिये उत्साहित हैं।


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