भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढऩे से प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में शुक्रवार को एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट दर्ज की गई। बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स पिछले दिन की गिरावट को जारी रखते हुए 880.34 अंक यानी 1.10 प्रतिशत गिरकर 79,454.47 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 265.80 अंक यानी 1.10 प्रतिशत गिरकर 24,008 अंक पर बंद हुआ। भारत ने बृहस्पतिवार रात को जम्मू और पठानकोट सहित विभिन्न सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को विफल कर दिया। इससे पहले भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तडक़े 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और पाकिस्तान में मौजूद नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। यह कार्रवाई पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की मौत के जवाब में की गई। जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, मौजूदा हालात में दोनों देशों के बीच टकराव होना ही था, लेकिन बाजार को स्थिति के अधिक गंभीर होने की आशंका नहीं थी। ऐसे में अब चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, भारत की रणनीतिक बढ़त और पाकिस्तान की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए अभी भी माना जा रहा है कि यह टकराव थोड़े समय तक ही चलेगा। उन्होंने कहा, दिलचस्प बात यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार तक भारतीय बाजार में निवेश करना जारी रखा, जबकि खुदरा निवेशक इस समय थोड़े सतर्क हैं। सेंसेक्स की कंपनियों में से आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, बजाज फिनसर्व, अदाणी पोर्ट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एनटीपीसी में उल्लेखनीय गिरावट हुई। दूसरी ओर टाइटन, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स, भारतीय स्टेट बैंक और एशियन पेंट्स के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 2,007.96 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी ओर जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग हरे निशान में बंद हुए। यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढक़र बंद हुए। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.53 प्रतिशत चढक़र 63.80 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर पहुंच गया।
