गत सप्ताह ग्राहकी कमजोर होने एवं ईरान-इजराईल युद्घ से निर्यातकों की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ जाने से कालीमिर्च, बड़ी इलायची, हल्दी, जीरा, कलौंजी, मगज तरबूज में मंदे लिए बाजार बंद हुए। वहीं मंडियों में माल की कमी होने एवं आयात महंगा हो जाने से मखाना, राई, पिस्ता, अखरोट, गोला काफी तेज हो गये। अन्य में मिलाजुला रूख रहा। आलोच्य सप्ताह मसाला बाजार पर ईरान-इजराईल युद्घ का व्यापक प्रभाव देखा गया। जो मसाला निर्यात होता है उसमें मांग पूरी तरह ठंड़ी पड़ जाने से बाजार काफी टूट गये। हल्दी 6/7 रुपए गिरकर ईरोड एजईटीज गठ्ठïा 135/140 रुपए प्रति किलो नई-पुरानी रह गयी। जीरा भी घरेलू व निर्यात मांग तथा ग्राहकी कम रह जाने से मीडियम मशीन क्लीन 225/236 रुपए से गिरकर 220/230 रुपए रह गयी। नीचे वाले माल 212/213 रुपए बोले गये। इधर कालीमिर्च भी कोचीन में लगातार घटाकर बिकवाली होने से यहां 30/35 रुपए लुढक़कर मरकरा क्वालिटी की 685/695 रुपए प्रति किलो रह गयी। बड़ी इलायची में निर्यात मांग पूरी तरह ठंडी पड़ गयी। दूसरी ओर नेपाल के माल सस्ते पड़ते में आने से 30 रुपए घटकर 1480/1490 रुपए पर आ गयी। कलौंजी भी छह दिनों की आई तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली से 5 रुपए घटकर 235/240 रुपए रह गयी। मगज तरबूज में भी सट्टïेबाजी के चलते 10 रुपए की गिरावट पर सूडान का माल 535 रुपए प्रति किलो रह गया। देशी माल 520/525 रुपए बोले गये। दूसरी ओर मखाना बिहार के पूर्णिया, दरभंगा, गुलाबबाग, काढ़ागोला, गेराबाड़ी, हरिशचन्द्र पुर, दालखोला एवं मालदा मंडी में पूरी तरह समाप्त हो चुका है। जिससे वहां 50/75 रुपए की तेजी आ गयी है। यहां भी 50 रुपए बढक़र 1200/1650 रुपए क्वालिटी अनुसार बोले गये। राई में भी माल की शॉर्टेज से 2/3 रुपए की बढ़त पर 190/192 रुपए प्रति किलो का व्यापार हुआ। इधर खाड़ी के देशों में युद्घ के चलते आयातक पिस्ते के भाव 25/50 रुपए प्रति किलो बढ़ाकर ईरान का 1900/1925 रुपए, हैराती 2700/2850 रुपए एवं पेशावरी 2975/3100 रुपए प्रति किलो कर दिये। सक्करपारा भी 100 रुपए बढक़र 10600/15600 रुपए प्रति 40 किलो हो गया। आबजोश में भी मजबूती दर्ज की गयी। इधर गोला, उत्पादक मंडियों से माल नहीं आने एवं लोकल एवं चालानी मांग निकलने से गत्ता बॉक्स में 10 रुपए बढक़र 295/320 रुपए प्रति किलो हो गया। गोला बुरादा भी 200/300 रुपए बढक़र 5800/6500 रुपए प्रति 25 किलो हो गया। अन्य में स्थिरता रही। मांग बढऩे से गुड़-शक्कर तेज : चीनी में गिरावट : ग्राहकी निकलने से गत सप्ताह के दौरान स्थानीय बाजार में गुड़ व शक्कर के भाव 100/200 रुपए प्रति कुंतल बढ़ गए। जबकि मांग कमजोर होने से चीनी 25 रुपए प्रति क्विंटल घट गई। ग्राहकी निकलने एवं स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने गुड़ के भाव 100/200 रुपए बढक़र पेड़ी के भाव 4600/4700 रुपए, ढैया के भाव 4900/5000 रूपये तथा चाकू के भाव 4600/4700 रूपये प्रति कुंतल पर हो गए। लोकल व दिसावरी मांग बढऩे तथा स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से पुरखा जी (मुजफ्फर नगर )में गुड़ लड्डू के भाव 50 रुपए बढक़र 4000/4030 रूपये प्रति क्विंटल हो गए। हापुड़ मंडी गुड़ खुरपा के भाव 1625/1650 रूपये प्रति 40 किलों बोले गए। जबकि चालू सीजन के दौरान देश में चीनी का उत्पादन कमजोर होने के बावजूद ग्राहकी का समर्थन ना मिलने से चीनी 20/25 रूपये घटकर मिल डिलीवरी 3900/4018 तथा हाजिर मे इसके भाव 4200/4325 रूपये प्रति क्विंटल रह गए।, उत्तर प्रदेश की कोऑपरेटिव मिलों की चीनी के भाव 3840/3965 रुपए प्रति कुंतल के भाव में सेल दिए जाने से भी चीनी के मंद को बल मिला। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सटोरिया लिवाली बढऩे से लंदन चीनी वायदा अगस्त डिलीवरी के भाव 465.30 से बढक़र 475.10 डॉलर प्रति टन हो गए।