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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

06-12-2025

दूध पाउडर एवं देसी घी में और मंदे के आसार

  •  उत्तर भारत में जिस तरह लिक्विड दूध की उपलब्धि बढ़ी है तथा ऊंचे भाव में दूध पाउडर एवं देसी घी की बिक्री में कमी आई है। साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दूध पाउडर के भाव घटे हैं, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए देसी घी में 25-30 रुपये एवं दूध पाउडर में 10 रुपए प्रति किलो की और गिरावट लग रही है। इस बार उत्तर भारत में लिक्विड दूध की उपलब्धि, गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 32-33 प्रतिशत अधिक हो रही है, जिस कारण कंपनियों में उत्पादन तेजी से बढऩे लगा है। हर्षित एग्रो के प्रोपराइटर विकास जालान ने बताया कि लिक्विड दूध की उपलब्धि उत्तर एवं दक्षिण दोनों ही क्षेत्रों के प्लांट में प्रोसेसिंग के अनुरूप हो रही है। इस समय क्वालिटी अनुसार दूध के भाव 55/58 रुपए प्रति लीटर के बीच चल रहे हैं। इस बार तमिलनाडु एवं यूपी के दूध पाउडर का अंतर 15 रुपए प्रति किलो का रह गया है, जो पिछले वर्ष 60/70 रुपये का था। इस वजह से दक्षिण भारत के दूध पाउडर उत्तर भारत में आकर खप रहे थे, इस बार अंतर कम हो जाने से सपोर्ट नहीं मिल रहा है। दूध पाउडर के भाव ऊपर में 330/335 रुपए प्रति किलो बिकने के बाद वर्तमान में 285 रुपए यूपी के प्रीमियम क्वालिटी के माल रह गए हैं तथा 10 रुपए और घटने के आसार दिखाई दे रहे हैं, इससे अधिक मंदे की उम्मीद नहीं है, क्योंकि दक्षिण भारत के पड़ते लगने लगेंगे। इधर गुजरात कोऑपरेटिव के पास भी दूध पाउडर का स्टॉक प्रचुर मात्रा में पड़ा हुआ है, जो भाव बढ़ते ही बिकवाली में आ जाएगी। दूसरी ओर दूध पाउडर, दक्षिण भारत में ऊंचे होने के बावजूद तेजी इसलिए नहीं लग रही है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दूध पाउडर के भाव जो गत अगस्त में 2850 डॉलर प्रति टन चल रहे थे, उसके भाव 2490-2498 डॉलर प्रति टन के बीच रह गए हैं। इस भारी गिरावट से निर्यात का समर्थन नहीं मिल रहा है। अत: अभी दूध पाउडर में 10 रुपए प्रति किलो और घटने के आसार दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ-साथ देसी घी में 400/450 रुपए प्रति टीन यानी 30 रुपए प्रति किलो और घटने की संभावना दिखाई दे रही है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बटर के भाव 5-7 प्रतिशत मंदे हो गए हैं तथा अभी दूध उत्पादन का पीक सीजन 3 महीने तक रहने वाला है, जिससे देसी घी का उत्पादन दिन प्रति दिन बढ़ेगा। इस स्थिति में जो प्रीमियम क्वालिटी के देसी घी 8900/9150 रुपए प्रति टीन बिक रहे हैं।, इसमें स्टॉक का समय अभी अनुकूल नहीं है।

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दूध पाउडर एवं देसी घी में और मंदे के आसार

 उत्तर भारत में जिस तरह लिक्विड दूध की उपलब्धि बढ़ी है तथा ऊंचे भाव में दूध पाउडर एवं देसी घी की बिक्री में कमी आई है। साथ ही साथ अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी दूध पाउडर के भाव घटे हैं, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए देसी घी में 25-30 रुपये एवं दूध पाउडर में 10 रुपए प्रति किलो की और गिरावट लग रही है। इस बार उत्तर भारत में लिक्विड दूध की उपलब्धि, गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 32-33 प्रतिशत अधिक हो रही है, जिस कारण कंपनियों में उत्पादन तेजी से बढऩे लगा है। हर्षित एग्रो के प्रोपराइटर विकास जालान ने बताया कि लिक्विड दूध की उपलब्धि उत्तर एवं दक्षिण दोनों ही क्षेत्रों के प्लांट में प्रोसेसिंग के अनुरूप हो रही है। इस समय क्वालिटी अनुसार दूध के भाव 55/58 रुपए प्रति लीटर के बीच चल रहे हैं। इस बार तमिलनाडु एवं यूपी के दूध पाउडर का अंतर 15 रुपए प्रति किलो का रह गया है, जो पिछले वर्ष 60/70 रुपये का था। इस वजह से दक्षिण भारत के दूध पाउडर उत्तर भारत में आकर खप रहे थे, इस बार अंतर कम हो जाने से सपोर्ट नहीं मिल रहा है। दूध पाउडर के भाव ऊपर में 330/335 रुपए प्रति किलो बिकने के बाद वर्तमान में 285 रुपए यूपी के प्रीमियम क्वालिटी के माल रह गए हैं तथा 10 रुपए और घटने के आसार दिखाई दे रहे हैं, इससे अधिक मंदे की उम्मीद नहीं है, क्योंकि दक्षिण भारत के पड़ते लगने लगेंगे। इधर गुजरात कोऑपरेटिव के पास भी दूध पाउडर का स्टॉक प्रचुर मात्रा में पड़ा हुआ है, जो भाव बढ़ते ही बिकवाली में आ जाएगी। दूसरी ओर दूध पाउडर, दक्षिण भारत में ऊंचे होने के बावजूद तेजी इसलिए नहीं लग रही है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दूध पाउडर के भाव जो गत अगस्त में 2850 डॉलर प्रति टन चल रहे थे, उसके भाव 2490-2498 डॉलर प्रति टन के बीच रह गए हैं। इस भारी गिरावट से निर्यात का समर्थन नहीं मिल रहा है। अत: अभी दूध पाउडर में 10 रुपए प्रति किलो और घटने के आसार दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ-साथ देसी घी में 400/450 रुपए प्रति टीन यानी 30 रुपए प्रति किलो और घटने की संभावना दिखाई दे रही है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बटर के भाव 5-7 प्रतिशत मंदे हो गए हैं तथा अभी दूध उत्पादन का पीक सीजन 3 महीने तक रहने वाला है, जिससे देसी घी का उत्पादन दिन प्रति दिन बढ़ेगा। इस स्थिति में जो प्रीमियम क्वालिटी के देसी घी 8900/9150 रुपए प्रति टीन बिक रहे हैं।, इसमें स्टॉक का समय अभी अनुकूल नहीं है।


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