मागा यानी मेक अमेरिका ग्रेट (MAGA) अगेन अमेरिका में गोरे क्रिश्चियन नेशनलिस्ट का बहुत बड़ा और आक्रामक समाज तैयार हो रहा है। ट्रंप सपोर्ट वाला यही समाज अब उनके खुद के खिलाफ खड़ा होने लगा है। यह जो फोटो है वो पेंसिल्वेनिया के ग्रामीण मोंटोर काउंटी की है। यहां के 300 से ज्यादा मागा और वो भी फार्मर यानी ट्रंप के कट्टर सपोर्टरों ने एआई डेटा सेंटर के खिलाफ झंडा उठा लिया है। कैमोफ्लाज हैट और लाल शर्ट पहनकर आए इन किसानों ने विरोध करते हुए कहा कि 64 बिलियन डॉलर के डेटा सेंटर बूम से उनके खेत खत्म हो जाएंगे, बिजली महंगी हो जाएगी और इलाके की शांति पर असर पड़ेगा। इनमें से कई रीजोनिंग (लैंड कन्वर्जन) को न कहो, ताकि पानी बहता रहे और फसलें उगती रहें, का गीत गा रहे थे। प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप, डेटा सेंटर कैपेसिटी बढ़ाने को अमेरिका की आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी मानकर आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने इस तरह के प्रोजेक्ट्स के लिए कुछ कुछ पर्यावरणीय और स्थानीय अनुमतियों (लोकल काउंसिल अप्रूवल) की शर्त भी हटा दी है। लेकिन मागा सपोर्टर हैं कि मानते ही नहीं। मोंटोर निवासियों का कहना है कि टेलन एनर्जी के एआई डेटा सेंटर प्रोजेक्ट से 350 एकड़ खेत खत्म हो जाएंगे। पूरे अमेरिका में, एआई इन्फ्रास्ट्रक्चर का तेजी से विकास हो रहा है और अमेजन, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक कंपनियां अरबों डॉलर का इंवेस्टमेंट कर रही हैं। लेकिन किसानों से लेकर ग्रीन ब्रिगेड और लोकल निवासी तक इनके खिलाफ उतर रहे हैं। रिपोटर््स के अनुसार देश भर में कई प्रोजेक्ट्स जनता के विरोध के कारण या तो रुक गए हैं या फिर उनमें काम धीमा चल रहा है। हालांकि लोकल निवासी इसे ट्रंप का विरोध या आलोचना के बजाय ग्रामीण परिवेश में आने वाले चुनौतीपूर्ण बदलाव के रूप में देख करे हैं। रिपोर्ट्स यह भी कहती हैं कि कई काउंटी में निवासी पार्टी लाइन से ऊपर आकर इस तरह के प्रोजेक्ट्स खासकर एआई डेटा सेंटर का विरोध करने लगे हैं। दरअसल एआई डेटा सेंटर में बिजली की भारी खपत होती है और इसे ठंडा रखने के लिए पानी का भी बहुत ज्यादा इस्तेमाल करना पड़ता है। इससे इन दोनों के ही महंगे हो जाने या फिर किल्लत पैदा हो जाने का खतरा रहता है।