मारुति की ई-विटारा अभी लॉन्चट्रेक पर नहीं आई लेकिन ईवी सेल्स फास्ट्रेक पर है। वर्ष 2025 की पहली छमाही (जनवरी-जून) में 74,653 इलेक्ट्रिक कारें बिकीं, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 53 परसेंट अधिक है। इसी दौरान स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारों की सेल्स में भी स्ट्रॉन्ग ग्रोथ दर्ज की गई और इनका सेल्स वॉल्यूम 52,587 यूनिट्स रहा। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में रजिस्ट्रेशन शुल्क माफ करने जैसे इंसेंटिव्स हाइब्रिड कारों की सेल्स के लिए ग्रोथ ड्राइवर साबित हुए हैं। वाहन पोर्टल के डेटा के अनुसार स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड मार्केट में टोयोटा लीडर है और जिसका स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड सेल्स में 80 परसेंट शेयर है। टोयोटा ने 2025 की पहली छमाही में 42,242 स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड गाडिय़ां बेची थीं। भारत में कंपनी के पास चार स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड मॉडल हैं अर्बन क्रूजर हाईराइडर, इनोवा हाईक्रॉस, वैलफायर और कैमरी। वहीं टोयोटा की स्ट्रेटेजिक पार्टनर सुजुकी (मारुति) ने जनवरी-जून 2025 में 9,809 हाइब्रिड वाहन बेचे, जबकि होंडा कार्स इंडिया की सेल्स केवल 489 यूनिट्स रही। जर्मन लक्जरी दिग्गज बीएमडब्ल्यू ने 47 स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कारें भारत में बेचीं। एक ओर जहां देश में ईवी सेल्स में अच्छी ग्रोथ दर्ज की गई वहीं ईवी पायोनीयर और मार्केट लीडर टाटा मोटर्स को 14 परसेंट का नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि कंपनी के एमडी शैलेश चंद्रा ने कहा है कि इलेक्ट्रिक कैब पर ईवी सब्सिडी बंद हो जाने के कारण यह करेक्शन दिख रहा है। पिछले वर्ष की पहली छमाही में टाटा मोटर्स ने 33,175 ईवी गाडिय़ां बेची थीं जो 2025 की जनवरी-जून की अवधि में में घटकर 28,453 यूनिट्स रह गईं। दूसरी ओर जेएसडब्ल्यू एमजी इंडिया के हाथ विंडसर के रूप में में जैकपॉट लगा है। पहली छमाही में कंपनी की सेल्स तीन गुना बढक़र 24,161 यूनिट्स हो गई जो पिछले साल इसी अवधि में 7,727 यूनिट्स थी। नए बॉर्न ईवी मॉडलों को मिल रहे बेहतरीन रेस्पॉन्स के चलते महिंद्रा एंड महिंद्रा की ईवी सेल्स में 226 परसेंट ग्रोथ हुई। वर्ष 2024 की पहली छमाही में कंपनी की ईवी सेल्स 3,870 यूनिट्स से बढक़र 2025 की पहली छमाही में में 12,647 यूनिट्स तक पहुंच गई। वहीं ह्यूंदे मोटर इंडिया को नई क्रेटा ईवी लॉन्च के चलते ईवी सेल्स वॉल्यूम में पांच गुना ग्रोथ का फायदा हुआ है। इस दौरान कंपनी की सेल्स 774 यूनिट्स से बढक़र जनवरी-जून 2025 के बीच 3,927 यूनिट्स तक पहुंच गई। वर्ष की पहली छमाही में चीन की बीवाईडी की ईवी सेल्स दोगुनी से अधिक होकर 2,461 यूनिट्स पहुंच गई। बीवाईडी इंडिया के पोर्टफोलियो में चार मॉडल सीलायन7, ईमैक्स7, एटो3 और सील हैं। वहीं बीएमडब्ल्यू की ईवी सेल्स इस दौरान 547 से बढक़र 1,253 यूनिट्स हो गई। मर्सीडीज ने भी 57 परसेंट ग्रोथ के साथ 639 ईवी गाडिय़ां बेचीं। इसी तरह वोल्वो की ईवी सेल्स में इस दौरान 27 परसेंट की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। एसएंडपी ग्लोबल मोबिलिटी के डायरेक्टर पुनीत गुप्ता के अनुसार भारत का ईवी मार्केट अभी शुरुआती चरण में है, और इस स्तर पर मार्केट शेयर का विशेष महत्व नहीं है। जैसे-जैसे कंपनियां ईवी पोर्टफोलियो का विस्तार करेंगी लाएंगी, कस्टमर को विकल्पों का फायदा मिलेगा। इससे ईवी को लेकर नजरिया सकारात्मक करने में मदद ङ्क्षमलेगी, चार्जिंग स्टेशन बढ़ेंगे, ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा, और इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना व्यावहारिक हो पाएगा। गुप्ता के अनुसार जब भारत में ईवी का दखल 4 परसेंट से ऊपर जाएगा, तभी सही ग्रोथ फेज शुरू होगा।
