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19-04-2025

अमेरिकी टैरिफ से ग्लोबल इकोनॉमी कमजोर होगी, मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ग्लोबल स्लोडाउन नहीं आएगी : आईएमएफ

  •  अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमए) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का कहा कि अमेरिका में बढ़ते शुल्क से वैश्विक अर्थव्यवस्था कमजोर होगी और इस वर्ष मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ये वैश्विक मंदी का कारण नहीं बनेंगे। आईएमएफ के अगले सप्ताह जारी किए जाने वाले अनुमानों के आधार पर उन्होंने यह बात कही। जॉर्जीवा ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन द्वारा शुल्क की दरों में की गई वृद्धि ने वैश्विक अनिश्चितता को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ इंपोर्ट शुल्क वैश्विक वृद्धि को धीमा कर देंगे और मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ये दुनिया भर में मंदी का कारण नहीं बनेंगे।’’ जॉर्जीवा ने कहा कि वैश्विक व्यापार प्रणाली में बड़े बदलावों से विश्व अर्थव्यवस्था के जुझारूपन की परीक्षा ली जा रही है जिससे वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मचने का खतरा है। उन्होंने कहा कि शुल्क अनिश्चितता का कारण बनते हैं, जो महंगा पड़ सकता है। आपूर्ति श्रृंखलाओं की जटिलता से कई देशों में शुल्क के कारण एक-एक वस्तु की लागत प्रभावित हो सकती है। व्यापार बाधाओं में वृद्धि से भी वृद्धि पर तत्काल प्रभाव पड़ता है, तथा यद्यपि इससे घरेलू उत्पादन में वृद्धि हो सकती है लेकिन इसे ऐसा होने में समय लगता है। हालांकि, आईएमएफ प्रमुख ने अमेरिकी प्रशासन की कुछ चिंताओं को भी दोहराया। उन्होंने देशों से शुल्क कम करने और व्यापार में अन्य बाधाओं को कम करने का आह्वान किया। आईएमएफ का पूर्ण आकलन अगले मंगलवार को जारी किया जाएगा।

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अमेरिकी टैरिफ से ग्लोबल इकोनॉमी कमजोर होगी, मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ग्लोबल स्लोडाउन नहीं आएगी : आईएमएफ

 अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमए) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का कहा कि अमेरिका में बढ़ते शुल्क से वैश्विक अर्थव्यवस्था कमजोर होगी और इस वर्ष मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ये वैश्विक मंदी का कारण नहीं बनेंगे। आईएमएफ के अगले सप्ताह जारी किए जाने वाले अनुमानों के आधार पर उन्होंने यह बात कही। जॉर्जीवा ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन द्वारा शुल्क की दरों में की गई वृद्धि ने वैश्विक अनिश्चितता को बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ इंपोर्ट शुल्क वैश्विक वृद्धि को धीमा कर देंगे और मुद्रास्फीति बढ़ेगी लेकिन ये दुनिया भर में मंदी का कारण नहीं बनेंगे।’’ जॉर्जीवा ने कहा कि वैश्विक व्यापार प्रणाली में बड़े बदलावों से विश्व अर्थव्यवस्था के जुझारूपन की परीक्षा ली जा रही है जिससे वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मचने का खतरा है। उन्होंने कहा कि शुल्क अनिश्चितता का कारण बनते हैं, जो महंगा पड़ सकता है। आपूर्ति श्रृंखलाओं की जटिलता से कई देशों में शुल्क के कारण एक-एक वस्तु की लागत प्रभावित हो सकती है। व्यापार बाधाओं में वृद्धि से भी वृद्धि पर तत्काल प्रभाव पड़ता है, तथा यद्यपि इससे घरेलू उत्पादन में वृद्धि हो सकती है लेकिन इसे ऐसा होने में समय लगता है। हालांकि, आईएमएफ प्रमुख ने अमेरिकी प्रशासन की कुछ चिंताओं को भी दोहराया। उन्होंने देशों से शुल्क कम करने और व्यापार में अन्य बाधाओं को कम करने का आह्वान किया। आईएमएफ का पूर्ण आकलन अगले मंगलवार को जारी किया जाएगा।


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