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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

01-07-2025

जीएसटी कलेक्शन 5 साल में दोगुना होकर 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर

  •  सकल माल एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन पांच साल में दोगुना होकर वित्त वर्ष 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 11.37 लाख करोड़ रुपये था। जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। सकल जीएसटी कलेक्शन 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के अपने उच्चतम स्तर को छू गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 9.4 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 में औसत मासिक कलेक्शन 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 2023-24 में 1.68 लाख करोड़ रुपये और 2021-22 में 1.51 लाख करोड़ रुपये था। जीएसटी के तहत पंजीकृत करदाताओं की संख्या 2017 के 65 लाख से बढक़र आठ साल में 1.51 करोड़ से अधिक हो गई है।  जीएसटी के आठ वर्षों पर एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘इसके लागू होने के बाद से, माल और सेवा कर ने राजस्व कलेक्शन और कर आधार बढ़ाने में मजबूत वृद्धि दिखाई है। इसने भारत की राजकोषीय स्थिति को लगातार मजबूत किया है और अप्रत्यक्ष कराधान को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाया है।’’ जीएसटी ने 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये का अपना अबतक का सबसे अधिक सकल कलेक्शन दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 9.4 प्रतिशत की वृद्धि है।

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जीएसटी कलेक्शन 5 साल में दोगुना होकर 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर

 सकल माल एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन पांच साल में दोगुना होकर वित्त वर्ष 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 में 11.37 लाख करोड़ रुपये था। जारी सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली। सकल जीएसटी कलेक्शन 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये के अपने उच्चतम स्तर को छू गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 9.4 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2024-25 में औसत मासिक कलेक्शन 1.84 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 2023-24 में 1.68 लाख करोड़ रुपये और 2021-22 में 1.51 लाख करोड़ रुपये था। जीएसटी के तहत पंजीकृत करदाताओं की संख्या 2017 के 65 लाख से बढक़र आठ साल में 1.51 करोड़ से अधिक हो गई है।  जीएसटी के आठ वर्षों पर एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘इसके लागू होने के बाद से, माल और सेवा कर ने राजस्व कलेक्शन और कर आधार बढ़ाने में मजबूत वृद्धि दिखाई है। इसने भारत की राजकोषीय स्थिति को लगातार मजबूत किया है और अप्रत्यक्ष कराधान को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाया है।’’ जीएसटी ने 2024-25 में 22.08 लाख करोड़ रुपये का अपना अबतक का सबसे अधिक सकल कलेक्शन दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 9.4 प्रतिशत की वृद्धि है।


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