नई दिल्ली। बिकवाली का दबाव बढऩे और उठाव नगण्य रह जाने से गत सप्ताह स्थानीय किराना बाजार में मेथी, हल्दी एवं कलौंजी के भाव 200/500 रुपए प्रति क्विंटल गिर गये। लालमिर्च में भी 300 रुपए निकल गये। छोटी इलायची 50/75 रुपए किलो और लुढ़क गयी। जबकि पोस्तदाने का आयात अदालती चक्कर में फंसा होने से यहां माल की कमी के चलते इसके भाव 10 रुपए किलो और तेज हो गये। बिकवाली का दबाव बढऩे और उठाव नगण्य रह जाने से मेथी 200 रुपए टूटकर बारीक माल के भाव 3400/3500 रुपए रह गये। हल्दी भी 300 रुपए गिरकर इरोड एज़इटीज़ ग_ïा 6500/6550 एवं मिनी सेलम फली के भाव 7500/7600 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गये। हल्दी मोटी फली भी 9900/10000 की बजाय 9500/9800 रुपए बोली जा रही थी। नीमच लाइन से नए माल की आवक बनी रहने और घरेलू व निर्यात मांग कमजोर होने से कलौंजी 200/500 रुपए और गिरकर 7800/8000 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गयी। गत अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में यह ऊंचे में 14500/14700 रुपए बिक गयी थी। लालमिर्च पाला 300 रुपए टूटकर 6000/6200 रुपए रह गयी। फटकी मिर्च ऊपर में 4300 की बजाय 3700 रुपए बिक गयी। केरल में गत कई दिनों से बारिश होने के कारण आने वाली फसल बढिय़ा होने की आशा से छोटी इलायची 50/75 रुपए और लुढ़ककर कलर रॉबिन 840/850 रुपए, सेमी बोल्ड 870/880 रुपए, एक्सट्रा बोल्ड 970/980, मुंहखुला 975/1100 रुपए तथा 8-एमएम बोल्ड के भाव 1275/1300 रुपए प्रति किलो पर आ गये। दो सप्ताह के अंतराल इसमें 90/150 रुपए तक की उल्लेखनीय गिरावट आ चुकी है।
धारणा और मंदे की बनी हुई है। ऑफ सीजन होते हुए भी नीलामी केन्द्रों में अभी तक पर्याप्त माल आ रहा है। एक माह बाद नई फसल के माल भी आने शुरू हो जाएंगे। ग्राहकी के अभाव में बड़ी इलायची भी ढीली रही। दबे स्टॉक निकलने से केसर 15 रुपए टूटकर ईरानी 120/130 एवं कश्मीरी माल के भाव 150/160 रुपए प्रति ग्राम रह गये। चिरौंजी व मगज तरबूज में भी नरमी का रुख रहा। केरल की मंडियों के मंदे समाचार आने और वहां से आवक बढऩे से जायफल 10 रुपए और टूटकर 455/460 रुपए किलो रह गया। इंडोनेशिया से पड़ते में आयात बढऩे और बिक्री सुस्त होने से जावित्री पीली भी 10/15 रुपए घटकर 940/945 रुपए प्रति किलो रह गयी। जावित्री लाल 700/850 रुपए पर सुस्त रही। रमजान माह के चलते ग्राहकी न होने से सुपारी लाल 50 रुपए लुढ़ककर 420 रुपए किलो पर आ गयी। सफेद सुपारी भी 5/10 रुपए घटकर 265/290 रुपए किलो रह गयी। कत्था मशीनी 1000 रुपए टूटकर 25/40 हजार रुपए प्रति 20 किलो पर आ गया। पोस्तदाने का आयात काफी दिनों से अदालती चक्कर में बंद होने के कारण यहां माल की कमी होने से इसके भाव 10 रुपए किलो और तेज हो गये। चाइना पोस्तदाना 420 रुपए और देशी माल के भाव 375/430 रुपए प्रति किलो पर जा पहुंचे। कुछ ही दिनों में इसमें 50 रुपए की उल्लेखनीय तेजी आ चुकी है। माल की कमी को देखते हुए इसके भाव कुछ और बढ़ सकते हैं। पोस्तदाना तुर्की का बाजार में थोक स्टॉक नहीं रहा।
बादाम कैलिफोर्निया गरम, आयात घटा
बादाम कैलिफोर्निया का आयात घटने से गत सप्ताह मेवा बाजार में इसके भाव 100 रुपए और बढ़कर 17100/17300 रुपए प्रति 40 किलो हो गये। अमेरिकन गोला बादाम भी 8500 की बजाय 8800 रुपए बोला जा रहा था। बादाम गिरी कैलिफोर्निया 600/605 रुपए प्रति किलो पर मजबूत रही। हाजिर में माल की कमी होने से काजू साबुत एवं टुकड़े के भाव भी सुर्ख रहे। जबकि आईस्क्रीम बनाने वालों की लिवाली घटने से पिस्ता ईरानी 20 रुपए टूटकर 1030/1130 रुपए प्रति किलो रह गया। पिस्ता हैराती एवं पेशावरी के भाव भी 1425/1450 रुपए एवं 1525/1550 रुपए प्रति किलो पर सुस्त रहे। अन्य मेवों में भी ग्राहकी न होने से पूर्वस्तर पर कारोबार नीरस रहा। - एनएनएस