फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में बड़ी बढ़त करने वाले पीएसयू बैंकों के शेयरों में अप्रेल-जून 2025 क्वार्टर में फॉरेन इंवेस्टरों ने अपना एक्सपोजर घटाया है। उपलब्ध शेयर होल्डिंग डाटा के अनुसार एवरेज रूप से पीएसयू बैंकों में फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टरों (FPI) की होल्डिंग 31 मार्च 2025 को 4.6 प्रतिशत के मुकाबले 30 जून 2025 को 4.44 प्रतिशत दर्ज की गई। बैंक ऑफ बड़ौदा (-0.9%), एसबीआई (-0.61') व पंजाब एंड सिंध बैंक (-0.48%) में इस दौरान फॉरेन इंवेस्टरों की होल्डिंग में उल्लेखनीय गिरावट आई है। एक्सपटर्स का मानना है कि वेल्यूएशन रिलेटेड चिंताओं व ग्लोबल लेवल पर जारी अनिश्चितता के कारण फॉरेन इंवेस्टरों ने चुनिंदा पीएसयू बैंकों में अपना एक्सपोजर घटाया है। गौरतलब है कि पीएसयू बैंकों के शेयर 2024-25 के अंत में अपने हिस्टोरिकल Price To Book Value मल्टीपल से ऊपर ट्रेड कर रहे थे। उक्त बैंकों के विपरीत कुछ पीएसयू बैंकों में अप्रेल-जून 2025 क्वार्टर में फॉरेन इंवेस्टरों ने अपनी होल्डिंग बढ़ाई भी है व इनमें युनियन बैंक (+ 0.59%) व केनरा बैंक (0.83%) शामिल हैं। पीएसयू बैंकों के मुकाबले प्राइवेट बैंकों में फॉरेन फंड्स का मजबूत इन्फ्लो देखा गया व इन बैंकों में फॉरेन पोर्टफोलियो इंवेस्टरों की होल्डिंग एवरेज रूप से 19.77 प्रतिशत से बढक़र 20.63 प्रतिशत हो गई। प्राइवेट बैंकों में प्रमुख रूप से साउथ इंडियन बैंक (+5.62%), इंडसइंड बैंक (3.97%), आरबीएल बैंक (3.13%), कर्नाटक बैंक (2.78%) व सीएसबी बैंक (2.3%) में फॉरेन इंवेस्टरों ने एक्सपोजर बढ़ाया है। डोमेस्टिक इंस्टट्यूशनल इंवेस्टरों की बात करें तो बैंकिंग सेक्टर में जून 2025 क्वार्टर के दौरान इनका इंवेस्टमेंट ट्रेंड मिक्स्ड रहा। इस दौरान एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी व इंडियन बैंक में जहां इनकी होल्डिंग बढ़ी है वहीं यूको बैंक, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक व इंडियन ओवरसीज़ बैंक में इनकी होल्डिंग घटी है। प्राइवेट बैंकों में आरबीएल बैंक में डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टरों की होल्डिंग 13.58 प्रतिशत से बढ़ गई है जबकि इंडसइंड बैंक, सीएसबी बैंक, कर्नाटक बैंक व फेडरल बैंक में इन्होंने अपनी होल्डिंग कम की है। रिटेल इंवेस्टरों ने इस दौरान 32 में से 23 बैंकों में एक्सपोजर घटाया है व इनमें अधिकतर प्राइवेट बैंक रहे।
