पोस्ट-कोविड इंडिया में रेजीडेंशियल व कॉमर्शियल रियल एस्टेट सेगमेंट्स में व्यापक गतिशीलता देखी जा रही है। मेट्रो शहरों में जहां हाउसिंग व ऑफिस स्पेस की डिमांड मजबूत बनी हुई है वहीं अन्य बड़े शहरों में भी रियल एस्टेट सेगमेंट में एक्शन बना हुआ है। गुजरात के गांधीनगर व अहमदाबाद जैसे शहरों में भी पिछले कुछ वर्षों से मजबूत रियल एस्टेट डिमांड बनी हुई है। इस बढ़ी डिमांड का बेनेफिट उठाने के लिहाज से गुजरात बेस्ड मिड-साइज बिल्डर व कॉमर्शियल एवं रेजीडेंशियल रियल एस्टेट डवलपर गणेश हाउसिंग कॉर्पोरेशन बेहतर स्थिति में नजर आती है। 990 रुपये की वर्तमान प्राइस पर कंपनी के शेयर 2025-26 के प्रॉफिट के आधार पर लेवल 12 गुना के पीई-मल्टीपल के वेल्यूएशंस पर ट्रेड कर रहे हैं जबकि बीएसई रियल्टी इंडेक्स ही 54 गुना के पीई-मल्टीपल पर ट्रेड कर रहा है। कंपनी के शेयरों के वेल्यूएशन लिस्टेड रियल एस्टेट स्पेस में सबसे सस्ते कहे जा सकते हैं। कंपनी के लिहाज से प्रोजेक्ट्स को समय पर एक्जीक्यूट करने का ट्रेक रिकॉर्ड, कॉमर्शियल व रेजीडेंशियल प्रोपर्टीजी की मजबूत पाइपलाइन, एनुइटी रेवेन्यू पर फोकस व डेब्ट-फ्री बेलेंस शीट जैसे फेक्टर पॉजिटिव कहे जा सकते हैं। 2024-25 में कंपनी की ओपरेटिंग रेवेन्यू जहां 7.6 प्रतिशत बढक़र 960 करोड़ रुपये हो गई वहीं नेट प्रॉफिट 30 प्रतिशत बढक़र 598 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। इस दौरान कंपनी के ओपेरटिंग मार्जिन 80 प्रतिशत से भी अधिक रहे। गणेश हाउसिंग कॉर्प प्रमुख रूप से अहमदाबाद में कॉमर्शियल व रेजीडेंशियल प्रोपर्टियों की प्रीमियम डवलपर है। कंपनी अब तक 18 रेजीडेंशियल व 4 कॉमर्शियल प्रोजेक्ट्स के तहत कुल 23 मिलियन स्क्वॉयर फीट से भी अधिक स्पेस डवलप कर चुकी है। कंपनी के वर्तमान में 2 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं जिनमें से 1 रेजीडेंशियल व 1 कॉमर्शियल है। मार्च 2027 तक कंपनी करीब 2 मिलियन स्क्वॉयर फीट स्पेस डवलपर करेगी जिसकी अनुमानित सेल्स वेल्यू करीब 1350 करोड़ रुपये होगी। इसके अलावा कंपनी के 30.5 मिलियन स्क्वॉयर फीट स्पेस के 4 प्रोजेक्ट्स प्लानिंग फेज़ में हैं। यह प्रोजेक्ट्स सितंबर 2025 से शुरू होंगे व अगले 10 वर्ष तक चलेंगे। इन प्रोजेक्ट्स के तहत कुल अनुमानित सेल्स वेल्यू 16,000 करोड़ रुपये है। मार्च 2026 तक पूरा होने वाला कंपनी का Million Minds (IT SEZ) फेज-1 प्रोजेक्ट काफी एट्रेक्टिव कहा जा सकता है क्योंकि इससे सालाना 72 करोड़ रुपये की लीज़ इनकम जनरेट हो सकेगी। इस प्रोजेक्ट के कंस्ट्रक्शन के लिए किसी प्रकार का डेब्ट कंपनी नहीं लेगी। अगले कुछ वर्षों तक मजबूत रेवेन्यू विजिबिलिटी वाले कंपनी के कई प्रोजेक्ट पाइपलाइन में हैं। कोविड के दौरान कंपनी को चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ा था व उस समय कंपनी कमजोर ग्रोथ व ऊंचे डेब्ट से ग्रस्त थी। हालांकि इसके बाद लगातार 4 वर्षों तक प्रोफिट ग्रोथ के चलते कंपनी के न केवल ओपरेटिंग मार्जिन शानदार रहे बल्कि पिछले 2 वर्ष से कंपनी लगातार डेब्ट-फ्री भी है। 2021-22 से 2024-25 के दौरान कंपनी का Return on Equity (ROE) 3 गुना से भी अधिक होकर 8.9 प्रतिशत के मुकाबले 29.1 प्रतिशत हो गया। कंपनी के पास वर्तमान में 157 करोड़ रुपये का कैश सरप्ल्स भी है।


