देसी दिग्गज महिंद्रा ने ईवी उत्पादन को बढ़ाकर हर महीने 8 हजार यूनिट तक पहुंचाने की घोषणा की है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में कहा है कि नए ईवी मॉडलों को मिले अच्छे कस्टमर रेस्पॉन्स को देखते हुए प्रॉडक्शन बढ़ाने का यह फैसला किया गया है। कंपनी को बुकिंग खुलने के पहले ही दिन 30,179 इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ऑर्डर मिले थी जिनकी कुल बुकिंग वेल्यू 8,472 करोड़ रुपये थी। कंपनी ने कहा कि वह 16,300 ईवी की डिलीवरी कर चुकी है। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में महिंद्रा ने इलेक्ट्रिक एसयूवी सेगमेंट में 37.2 परसेंट मार्केट शेयर और इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहनों में 33.1 परसेंट हिस्सेदारी दर्ज की, जो इसे इस सेगमेंट में लीडर बनाती है। कंपनी अब 2030 तक सात बॉर्न इलेक्ट्रिक वेहीकल (यानी ईवी प्लेटफॉर्म पर तैयार बिल्कुल नए मॉडल) लॉन्च करने की योजना बना रही है। इसके अलावा महिंद्रा सात एलसीवी भी लाएगी, जिनमें से पांच इंजन वाले और दो इलेक्ट्रिक होंगे, जो 3.5 टन से कम कैटेगरी में होंगे। कंपनी ने घोषणा की है कि दो नए ईवी वर्ष 2026 में लॉन्च किए जाएंगे, जिनसे 15 अगस्त 2025 को पर्दा हटाया जाएगा। इसी मौके पर महिंद्रा एक नए ईवी प्लेटफॉर्म का भी अनावरण करेगी। कंपनी के अनुसार फ्यूचर के ईवी मॉडल इसी प्लेटफॉर्म पर तैयार किए जाएंगे। मार्च 2025 तक महिंद्रा के पास 7,500 यूनिट की स्थापित ईवी उत्पादन क्षमता थी, जिनमें से 5,000 यूनिट परिचालन में थीं। कंपनी की योजना मार्च 2026 तक यह संख्या बढ़ाकर 12,000 यूनिट (8,000 परिचालन में) करने की है और वित्त वर्ष 2026-27 के अंत तक इसे 18,000 यूनिट तक ले जाने का लक्ष्य है। तेजी से बढ़ते ईवी सेगमेंट को सपोर्ट करने के लिए महिंद्रा चाकण स्थित प्लांट में 1.2 लाख यूनिट वार्षिक क्षमता वाला नया प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है। इसके साथ ही कंपनी एक नया ग्रीनफील्ड प्लांट स्थापित करने पर भी विचार कर रही है, जिसे वित्त वर्ष 2027-28 से परिचालन में लाने की योजना है।