हैंडलूम दिवस 2025 के अवसर पर आर्च कॉलेज ऑफ डिजाइन एंड बिजनस ने सस्टेनेबल और मेड इन इन्डिया फैशन तथा पारम्परिक शिल्प के पुनरुद्धार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। शिक्षा के माध्यम से हैंडलूम की विरासत को व्यावहारिक शिक्षा और सहयोगों के जरिये एकीकृत करके आर्च के प्रयासों को प्रदर्शित किया गया। वीवर्स सर्विस सेंटर द्वारा राजस्थान स्टेट हैंडलूम डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सहयोग से इंदिरा गांधी पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में आर्च के स्टूडेंटट्स ने अपनी क्रिएटिविटी को दर्शाया। आर्च कैम्पस में छात्रों ने हैंडलूम एपेरल्स को इनोवेशन के साथ पेश किया। स्टूडेंट्स की भागीदारी को प्रोत्साहित करते हुए संस्थान की डायरेक्टर और फाउंडर अर्चना सुराणा ने कहा कि हैंडलूम केवल एक शिल्प नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति से जुड़ी जिम्मेदारी है। संस्थान में छात्र न केवल विरासत को सम्मान करना सीखते हैं बल्कि एक टिकाऊ भविष्य की डिजाइन भी करते हैं।