सप्लाई कमजोर होने एवं मांग बढऩे से सोया एसिड आयल के भाव हाल ही में 100 रूपए प्रति क्विंटल बढ़ गए। भविष्य में भी मंदे की संभावना कम है। साबुन निर्माताओं की मांग घटन से एक पखवाड़े के दौरान सोया एसिड आयल के भाव से 100 रूपये बढक़र 7700/7750 रुपए प्रति कुंतल हो गए। उक्त अवधि के दौरान साबुन में प्रयोग होने वाले अन्य कच्चे माल की कीमतों में नरमी का रूख रहा। डिटर्जेंट के बढ़ते प्रयोग से साबुन उद्योग की मांग में पहले कीतुलना में घट गई है। एसिड आयल का प्रयोग मुख्यत: साबुन उद्योग के अतिरिक्त डिटर्जेंट ,पाउडर व सौंदर्य प्रसाधनों व ग्रीस निर्माण में किया जाता हैं । हालांकि डॉलर की तुलना में रुपया कमजोर होने के कारण विदेशी तेलों का आयात भी महंगा हो गया है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में बाजार में बिकवाली बढऩे से क्रूड पाम 1160 डालर से 1100 डॉलर प्रति टन रह गए। विदेश में आई गिरावट के बावजूद डॉलर की तुलना में रुपए की कीमतों में आई भारी गिरावट के कारण आयातक बिकवाली से पीछे हट गए। बिकवाली घटने से कांदला में पाम फैटी के भाव निचले स्तर से 100 रूपये बढक़र हल्दी में 8350 रुपए प्रति कुंतल हो गए। स्टाकिस्टों की बिकवाली घटने से मध्य प्रदेश की मंडियों में सोया एसिड आयल के भाव 7250 रूपए प्रति क्विंटल बोले गए। इन परिस्थितियों को देखते हुए भविष्य में इसमे और गिरावट की संभावना कम है।बाजार मजबूत रह सकता है।