एलटीमाइंडट्री के सीईओ वेणुगोपाल लांबू के अनुसार एआई अब आईटी सैक्टर की सभी कंपनियों की बड़ी डील्स का हिस्सा बन रही है। उन्होंने कहा कि एआई का इस्तेमाल बढ़ाने से कंपनियों की प्रॉडक्टिविटी बढ़ जाएगी ऐसे में रेवेन्यू ग्रोथ इस बात पर निर्भर नहीं करेगी कि कंपनी में कितने कर्मचारी हैं। एलटीआईमाइंडट्री भारत की छठी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है और पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू 38730 करोड़ रुपये रहा था। लांबू के अनुसार अब क्लाइंट्स सीधा सवाल कर रहे हैं एआई पर खर्च करने का तुरंत फायदा कितना होगा। इन सवालों के बावजूद वे एआई पर दांव बढ़ा रहे हैं। वे कहते हैं कि जेनरेटिव एआई की डील पूरी होने में ज्यादा समय लगता है। लेकिन ज्यादातर कंपनियां एआई को अपने ईकोसिस्टम में शामिल करने के लिए इंवेस्ट करने को तैयार हैं। एलटीआईमाइंडट्री ने एआई सेंट्रिक बनने के लिए हाल ही ब्लूवर्स प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है।