गत सप्ताह उत्पादक मंडियों में धान की आपूर्ति घटने से बारीक चावल में बढ़त लिए व्यापार हुए। उड़द मूंग काबुली चने में भी सुर्खी बनी रही। वहीं बिकवाली के प्रेशर में मक्की उत्पादक मंडियों में और टूटकर दलदल में आ गई। अन्य में मिला-जुला रुख रहा। आलोच्य सप्ताह पंजाब के अमृतसर जालंधर खन्ना तारतारण जंडियालागुरु हरियाणा के टोहाना चीका सफीदों तरावड़ी कैथल करनाल तथा यूपी उत्तरांचल के रुद्रपुर बिलासपुर गदरपुर काशीपुर टांडा बहजोई जहांगीराबाद दादरी एवं राजस्थान के बूंदी लाइन में सभी तरह के बासमती प्रजाति के धान की आपूर्ति में भारी कमी आ गई, जिसके चलते 175/225 रुपए प्रति क्विंटल तक क्वालिटी अनुसार गिरावट दर्ज की गई। हरियाणा की मंडियों में 1509 धान के भाव 3050/3200 रुपए प्रति क्विंटल के बीच क्वालिटी अनुसार बोले गए। चावल भी 5700/5750 रुपए से बढक़र सेला क्वालिटी का 5950/6050 रुपए प्रति कुंतल ट्रक लोड में बिक गए। इसके प्रभाव से अन्य चावल के भाव भी बढ़त लिए बंद हुए। चावल 1401 स्टीम चावल के भाव भी 7000 से बढक़र 7200 रुपए बोलने लगे। शरबती धान व चावल में भी इसी अनुपात में उक्त अवधि के अंतराल तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा गेहूं सरकारी टेंडर होने एवं स्टाकिस्टों की बिकवाली के प्रेशर में10/25 रुपए घटकर 2750/2775 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। मैदा सूजी के भाव भी 10/20 रुपए प्रति 50 किलो घट गए। चोकर में लोकल एवं चालानी मांग कमजोर पडऩे तथा रोलर फ्लोर मिलों में स्टाक जमा हो जाने से 50-60 रुपए घटकर 1190/1200 रुपए प्रति 48 किलो भाव रह गए। दूसरी ओर मक्की, मध्य प्रदेश में स्टॉकस्टों की बिकवाली आने एवं एथेनॉल कंपनियों की मांग नगण्य रह जाने से 100/150 रुपए घटकर छिंदवाड़ा मुलताई शिवनी बैतूल गंज लाइन में इसके भाव 1400/1700 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। यहां भी इसके भाव क्वालिटी अनुसार माल के 1800/2000 रुपए प्रति क्विंटल रुपए रह गए। हरियाणा पंजाब पहुंच में इसके भाव 1700/2100 रुपए प्रति क्विंटल तक बोले गए। दलहनों में उड़द, चेन्नई से माल कम आने तथा हाजिर में दाल मिलों के लिवाली से एस क्यू 7700 से बढक़र 7950 रुपए प्रति क्विंटल ऊपर में बिकने के बाद सप्ताहांत में 7875 रुपए बोली गई। एफ ए क्यू के भाव भी 6900 से बढक़र 7300 रुपए ऊपर में बनने के बाद सप्ताहांत में 7250 रुपए प्रति कुंतल रह गए। गंगोह लाइन का व्यापार 6600/6800 रुपए का सुना गया। तुवर मोठ में मामूली सुस्ती में व्यापार हुए। जबकि मूंग हल्के माल की आपूर्ति घट जाने एवं बढिय़ा माल की शॉर्टेज बनने से 100/200 रुपए बढक़र 7600/7700 रुपए प्रति क्विंटल क्वालिटी के अनुसार राजस्थान के हो गए। देसी चना पूरे सप्ताह 5700 से 5800 रुपए के बीच घूमता रहा। वहीं काबुली चना, मंदे के दलदल के बाद नीचे भाव में लोकल एवं चालानी मांग निकलने से महाराष्ट्र का बिना छना 6100 से बढक़र 6500 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। नीचे वाले माल महाराष्ट्र के 5700 से बढक़र 6200 रुपए तक बोलने लगे। कर्नाटक एवं मेक्सिको माल में भी इसी अनुपात में बढ़त दर्ज की गई। अन्य अनाज दाल में मिला-जुला रुख रहा ।