ऋषिकेश एवरेज होटल रूम रेंट के मामले में लगातार दूसरे वर्ष टॉप पोजीशन पर बना हुआ है। वर्ष 2024-25 में रूम रेंट के लिहाज से यह सबसे महंगा लोकल डेस्टीनेशन रहा। हॉस्पीटेलिटी कनसल्टिंग फर्म होटेलीवेट के एक सर्वे के अनुसार पन्द्रह सबसे महंगे डेस्टीनेशंस में दस नॉन बिजनेस वाले रहे हैं। रेवेन्यू पर अवेलेबल रूम में चार प्रतिशत की कमी रही लेकिन फिर भी ऋषिकेश ने क्राउन प्रोजीशन मेनटेन की है। वर्ष 2023-24 में रूम रेंट 10,086 रुपये था और यह अब 9691 रुपये हो गया। टेम्पल टाउन वर्ष 2020 से टॉप हॉस्पीटेलिटी लीजर हॉटस्पॉट बना है। वर्ष 2024-25 में बिजनेस ट्रेवल भी आगे रहा। मुम्बई और दिल्ली का नाम टेम्पल टाउन के बाद ही आ रहा है। श्रीनगर और उदयपुर को इन दो मैट्रो शहरों ने डिस्प्लेस किया है। इसके बाद हैदराबाद, गुरुग्राम और बैंगलरु का नाम है। टॉप टेन स्पॉट्स में ऋषिकेश, रणथम्बौर, उदयपुर, श्रीनगर, गोवा, वाराणसी, जोधपुर, मसूरी, लोनावला और आगरा का नाम है। सर्वे के अनुसार गत वर्षों में लीजर डेस्टीनेशंस के लिये डिमांड बढ़ी है। वर्ष 2024-25 में इन्डियन हॉस्पीटेलिटी इंडस्ट्री ने रोलआउट किया और यह डोमेस्टिक ट्रेवल को बढ़ावा मिलने के कारण सम्भव हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार करीब एक दशक के बाद देश में प्रस्ताविक सप्लाई एक लाख रूम मार्क को पार कर रही है। अपे्रल,2024 से मार्च, 2025 के बीच एवरेज रूम ऑक्यूपेंसी 68 प्रतिशत रही है। यह प्री-कोविड अवधि से भी अधिक है। हालांकि पहलगाम हमले, एयरस्पेस क्लोजर के कारण ट्रैवल प्रभावित अवश्य हुआ है। लेकिन ओवरऑल सेंटीमेंट बुलिश है। विश्वस्तर पर रूस-यूके्रन युद्ध, जियो-पॉलिटीकल स्लोडाउन ने ट्रैवल इंडस्ट्री को प्रभावित किया है लेकिन डोमेस्टिक डिमांड ने स्थित को सम्भाला हुआ है। होटेलीवेट सर्वे के अनुसार गत वित्तीय वर्ष में स्थापित होटल्स ने ऑक्यूपेंसी और रेट्स को लेकर बेहतर प्रदर्शन किया है। मार्च, 2021 से पहले की ऑपरेशनल प्रॉपर्टीज ने 71.9 प्रतिशत की ऑक्यूपेंसी प्रदर्शित की है। जबकि ओवरऑल एवरेज 68 फीसदी रहा है। इनकी एवरेज डेली रेट 8701 रुपये रहा। मार्च, 2025 तक टोटल ब्राण्डेड होटल रूम सप्लाई 1.14 लाख रही। प्रमुख मार्केट्स में जयपुर, बैंगलुरु, मुम्बई और गोवा रहे हैं। सर्वे के अनुसार बैंगलुरु आने वाले पांच वर्ष में अहम मोमेंटम गेन करने वाला शहर रह सकता है।