वैल्यू एपेरल रिटेलर्स को जीएसटी रिडक्शन के कारण डिमांड बढऩे की उम्मीद लग रही है। वी-मार्ट रिटेल, वी2 रिटेल और विशाल मेगा मार्ट को फेस्टीवल सीजन के दौरान बीस प्रतिशत सेल्स ग्रोथ की उम्मीद है। सेक्टर एक्सपर्ट्स के अनुसार गत वर्ष दस से बारह प्रतिशत की सेल्स ग्रोथ प्राप्त की गई थी और इस बार सेल्स डबल होने की सम्भावना है। जीएसटी काउंसिल ने 2,500 रुपये तक के एपेरल्स को 5 प्रतिशत और 2500 रुपये से अधिक प्राइस वाले एपरेल्स को 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब में रखा है। वी-मार्ट रिटेल के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर के अनुसार टैक्स कट मिड प्राइस वैल्यू सेेगमेंट में सेल्स को पुश करने का काम करेगा। 1,000 से 2,500 रुपये वाला वैल्यू सेगमेंट 20-25 प्रतिशत सेल्स का योगदान करता है। ऐसे में इस सेगमेंट को लाभ होगा। वैल्यू रिटेलर के रूप में उनके 75-80 प्रतिशत एपेरल्स 1,000 रुपये से नीचे की प्राइस पर अवेलेबल हैं। ऐसे में इन पर पांच प्रतिशत का जीएसटी लगेगा। वी2रिटेल के डायरेक्टर के अनुसार जीएसटी कट से मार्केट में पॉजिटिव सेंटीमेंट आयेगा। आम आदमी ज्यादा परचेजिंग कर पायेगा। विशाल मेगा मार्ट के एक्जीक्यूटिव्ज ने कहा है कि 1000 से 2500 रुपये वाला एपेरल्स सेगमेंट कन्ज्यूमर्स के लिये ज्यादा अट्रेक्टिव होता है। इससे यूनिट सेल्स बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्हें 44 प्रतिशत टॉपलाइन सेल्स एपेरल्स से प्राप्त होती है। 28 प्रतिशत सेल्स जनरल मर्केंडाइज और एफएमसीजी से प्राप्त होती है। रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इन्डिया(आरएआई) के अनुसार जीएसटी कट से कन्ज्यूमर प्राइस ही कम नहीं होगी बल्कि डिमांड बढ़ेगी। रिटेलर्स तथा एमएसएमईज के लिये ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का खाका तैयार होगा। कुल मिलाकर रिटेल सेक्टर की ग्रोथ को सहयोग मिलने की सम्भावना है। वी-मार्ट, वी2 रिटेल आने वाले वर्षों में टीयर टू और थ्री सिटीज में नये स्टोर्स को शामिल कर पायेंगे। वी2 रिटेल वार्षिक स्तर पर 100 नये स्टोर लांच कर सकती है। वित्तीय वर्ष 2030 तक 600-700 स्टोर्स तक पहुंचने की सम्भावना है। वर्तमान में देश के 20 राज्यों में 189 स्टोर्स संचालित हो रहे हैं। वी-मार्ट रिटेल वित्तीय वर्ष 2026 में 60-65 स्टोर्स एड करने का नैट टारगेट रख रही है। वर्तमान में 510 स्टोर ऑपरेट किये जा रहे हैं।