देश में तेजी से बढ़ती रेफ्रिजरेशन और कोल्ड स्टोरेज की डिमांड के बीच ‘रेफकोल्ड इंडिया 2025’ का आठवां संस्करण पहली बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है। रेफ्रिजरेटर, कोल्ड स्टोरेज और ‘हीटिंग’ उत्पादों पर केंद्रित इस प्रदर्शनी का आयोजन आईएसएचआरएई (इंडियन सोसायटी ऑफ हीटिंग, रेफ्रिजरेटिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स) और इन्फॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के सहयोग से 18 से 20 सितंबर, 2025 तक भारत मंडपम में किया जा रहा है। आईएसएचआरएई और इन्फॉर्मा मार्केट्स के संयुक्त रूप से जारी बयान में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि उभरते क्षेत्र के रूप में चिन्हित भारत का कोल्ड चेन मार्केट वर्ष 2024 में 10.5 अरब डॉलर का था, जिसके 2033 तक 74.5 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। विशेषकर उत्तर भारत में, जहां फल, सब्जी, डेयरी और मांस का उत्पादन अधिक होता है, वहां कोल्ड स्टोरेज की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। ई-कॉमर्स और खाने का सामान पहुंचाने वाली सेवाओं ने भी आधुनिक कोल्ड स्टोरेज की जरूरत को और अधिक बढ़ा दिया है। आयोजन को आईआईआर (इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ रेफ्रिजरेशन), एनसीसीडी (नेशनल सेंटर फॉर कोल्ड-चेन डेवलपमेंट) और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय समर्थन दे रहा है। इन्फोर्मा मार्केट्स इन इंडिया के प्रबंध निदेशक ने कहा कि यह आयोजन उच्च लागत और ढांचागत चुनौतियों के समाधान के साथ, राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति जैसे सरकारी प्रयासों को भी समर्थन देगा। इस बार प्रदर्शनी में कोपलैंड, डाइकिन, ट्रांसिकोल्ड, रिनक और लुवे जैसी बड़ी कंपनियों समेत 200 से अधिक इकाइयां और दवा, समुद्री खाद्य, डेयरी, कृषि, लॉजिस्टिक, खुदरा तथा स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े 10,000 से ज्यादा पेशेवर शामिल होंगे। प्रदर्शनी में नेपाल, श्रीलंका, पश्चिम एशिया और केन्या से आए प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। रेफकोल्ड इंडिया की शुरुआत 2018 में हुई थी और अब तक इसका आयोजन हैदराबाद, अहमदाबाद, चेन्नई और कोलकाता जैसे शहरों में हो चुका है।