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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

11-07-2025

हाई प्रोफाइल इवेन्ट्स ने बढ़ाई लग्जरी रूम्स की डिमांड

  •  लग्जरी हॉस्पीटेलिटी सेक्टर में बूम की स्थिति बन रही है। ईआईएच जो कि ओबेरॉय और ट्राइडेंट होटल्स को ऑपरेट करती है ने फाइनेंशियल ईयर 2025 में बेस्ट एवर परफॉर्म किया है। प्रीमियम स्टे की डिमांड बढ़ रही है और गत दो वर्षों में कम्पनी की पर अवेलेबल रूम इनकम सत्तर प्रतिशत बढ़ी है। यह पर नाइट करीब 21,000 रुपये पहुंच गई है। ईआईएच के सीईओ ने कहा है कि रिकॉर्ड ग्रोथ के बावजूद लग्जरी होटल टैरिफ को बढऩे के लिये अभी काफी गुंजाइश है। हमारे देश में क्वालिटी होटल्स अभी भी अंडर-प्राइस्ड हैं। दिल्ली, मुम्बई और बैंगलुरु में ऐसा है और इसलिये बढऩे के लिये स्पेस काफी है। डेस्टीनेशन वेडिंग्स, आईपीएल गेम्स, कॉर्पोरेट रीट्रीट्स, ग्लोबल समिट्स, फिनटैक फेस्टीवल्स आदि हाई प्रोफाइल इवेंट्स लग्जरी होटल्स के लिये बेहतर स्थितियां पैदा कर रहे हैं। इनके लिये लग्जरी होटल रूम्स एडवांस में ही बुक हो जाते हैं। यही नहीं फैमिली हॉलीडे, क्विक वीकेंड गेटवे भी बेहतर योगदान कर रहे हैं। उनके अनुसार हमारे देश में क्वालिटी अकोमोडेशंस की डिमांड बढ़ रही है और इसका कारण वैल्दी पापूलेशन का बढऩा भी है। गेस्ट एक्सेप्शनल सर्विसेज की डिमांड करते हैं। फिर भी लग्जरी इन्वेंट्री अंडर प्राइस्ड है। देश में करीब 199,000 ब्राण्डेड होटल रूम्स हैं और इनमें से केवल 17 प्रतिशत ही लग्जरी बे्रकेट में आते हैं। इसकी तुलना में चीन में सात गुना ज्यादा लग्जरी रूम्स अवेलेबल है। यही नहीं थाईलैंड में 1.5 गुना ज्यादा लग्जरी रूम कैपेसिटी है। एचवीएस डेटा के अनुसार गत एक दशक में केवल सौ लग्जरी होटल्स ही लांच हुए है यानि कि सप्लाई लाइन धीमी रही है। एचवीएस एनारॉक, साउथ एशिया के पे्रसीडेंट एंड सीईओ के मुताबिक ग्रोथ का कारण यह है कि टै्रवलर्स की प्राथमिकताएं बदली हैं। पोस्ट पेंडेमिक लोगों का माइंडसैट परिवर्तित हुआ है। वे क्वालिटी, एक्सक्लूसिवनैस, वैलनेस, मीनिंगफुल एक्सपीरियंस चाहते हैं। ऐसे में लग्जरी होटल रूम्स की डिमांड बढ़ी है। इसके अलावा बिग इन्डिया वेडिंग्स ने भी स्पेस को स्पीड देने का काम किया है। देश में मेरियट इंटरनेशनल काफी बड़े रोल में है। उनकी 20 लग्जरी प्रॉपर्टीज डवलपमेंट स्टेज पर है। शिमला, पहलगाम और रणथम्बौर में जेडब्ल्यू मेरियट रिसॉर्ट्स और उदयपुर में रिज कार्लटन और मुम्बई में द मुम्बई शामिल हैं। मेरियट इंटरनेशनल की साउथ एशिया वीपी सेल्स एंड डिस्ट्रीब्यूशन के अनुसार देश का लग्जरी हॉस्पीटेलिटी मार्केट शानदार ग्रोथ एक्सपीरियंस कर रहा है। कन्स्ट्रक्शन टाइमलाइन तीन से पांच वर्ष है तो सप्लाई आने में वक्त लग रहा है। डिमांड इसके मुकाबले अधिक है। हाल ही में आई आईडीबीआई कैपीटल रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि लग्जरी होटल रूम डिमांड वित्तीय वर्ष 2028 में 10.6 प्रतिशत सीएजीआर की वृद्धि रजिस्टर करेगी, जबकि सप्लाई करीब 5.9 प्रतिशत की रह सकती है। ऐसे में रेवेन्यू पर अवेलेबल रूम ग्रोथ बेहतर रहने की सम्भावना है। इंटरनेशनल विजिटर्स के लिये लग्जरी रूम रेट करीब 200 डॉलर पर नाइट है जबकि मैच्योर ग्लोबल मार्केट्स में 400-500 डॉलर के आसपास हैं। ऐसे में ग्रोथ के लिये अवसर तो काफी ज्यादा है। 

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हाई प्रोफाइल इवेन्ट्स ने बढ़ाई लग्जरी रूम्स की डिमांड

 लग्जरी हॉस्पीटेलिटी सेक्टर में बूम की स्थिति बन रही है। ईआईएच जो कि ओबेरॉय और ट्राइडेंट होटल्स को ऑपरेट करती है ने फाइनेंशियल ईयर 2025 में बेस्ट एवर परफॉर्म किया है। प्रीमियम स्टे की डिमांड बढ़ रही है और गत दो वर्षों में कम्पनी की पर अवेलेबल रूम इनकम सत्तर प्रतिशत बढ़ी है। यह पर नाइट करीब 21,000 रुपये पहुंच गई है। ईआईएच के सीईओ ने कहा है कि रिकॉर्ड ग्रोथ के बावजूद लग्जरी होटल टैरिफ को बढऩे के लिये अभी काफी गुंजाइश है। हमारे देश में क्वालिटी होटल्स अभी भी अंडर-प्राइस्ड हैं। दिल्ली, मुम्बई और बैंगलुरु में ऐसा है और इसलिये बढऩे के लिये स्पेस काफी है। डेस्टीनेशन वेडिंग्स, आईपीएल गेम्स, कॉर्पोरेट रीट्रीट्स, ग्लोबल समिट्स, फिनटैक फेस्टीवल्स आदि हाई प्रोफाइल इवेंट्स लग्जरी होटल्स के लिये बेहतर स्थितियां पैदा कर रहे हैं। इनके लिये लग्जरी होटल रूम्स एडवांस में ही बुक हो जाते हैं। यही नहीं फैमिली हॉलीडे, क्विक वीकेंड गेटवे भी बेहतर योगदान कर रहे हैं। उनके अनुसार हमारे देश में क्वालिटी अकोमोडेशंस की डिमांड बढ़ रही है और इसका कारण वैल्दी पापूलेशन का बढऩा भी है। गेस्ट एक्सेप्शनल सर्विसेज की डिमांड करते हैं। फिर भी लग्जरी इन्वेंट्री अंडर प्राइस्ड है। देश में करीब 199,000 ब्राण्डेड होटल रूम्स हैं और इनमें से केवल 17 प्रतिशत ही लग्जरी बे्रकेट में आते हैं। इसकी तुलना में चीन में सात गुना ज्यादा लग्जरी रूम्स अवेलेबल है। यही नहीं थाईलैंड में 1.5 गुना ज्यादा लग्जरी रूम कैपेसिटी है। एचवीएस डेटा के अनुसार गत एक दशक में केवल सौ लग्जरी होटल्स ही लांच हुए है यानि कि सप्लाई लाइन धीमी रही है। एचवीएस एनारॉक, साउथ एशिया के पे्रसीडेंट एंड सीईओ के मुताबिक ग्रोथ का कारण यह है कि टै्रवलर्स की प्राथमिकताएं बदली हैं। पोस्ट पेंडेमिक लोगों का माइंडसैट परिवर्तित हुआ है। वे क्वालिटी, एक्सक्लूसिवनैस, वैलनेस, मीनिंगफुल एक्सपीरियंस चाहते हैं। ऐसे में लग्जरी होटल रूम्स की डिमांड बढ़ी है। इसके अलावा बिग इन्डिया वेडिंग्स ने भी स्पेस को स्पीड देने का काम किया है। देश में मेरियट इंटरनेशनल काफी बड़े रोल में है। उनकी 20 लग्जरी प्रॉपर्टीज डवलपमेंट स्टेज पर है। शिमला, पहलगाम और रणथम्बौर में जेडब्ल्यू मेरियट रिसॉर्ट्स और उदयपुर में रिज कार्लटन और मुम्बई में द मुम्बई शामिल हैं। मेरियट इंटरनेशनल की साउथ एशिया वीपी सेल्स एंड डिस्ट्रीब्यूशन के अनुसार देश का लग्जरी हॉस्पीटेलिटी मार्केट शानदार ग्रोथ एक्सपीरियंस कर रहा है। कन्स्ट्रक्शन टाइमलाइन तीन से पांच वर्ष है तो सप्लाई आने में वक्त लग रहा है। डिमांड इसके मुकाबले अधिक है। हाल ही में आई आईडीबीआई कैपीटल रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि लग्जरी होटल रूम डिमांड वित्तीय वर्ष 2028 में 10.6 प्रतिशत सीएजीआर की वृद्धि रजिस्टर करेगी, जबकि सप्लाई करीब 5.9 प्रतिशत की रह सकती है। ऐसे में रेवेन्यू पर अवेलेबल रूम ग्रोथ बेहतर रहने की सम्भावना है। इंटरनेशनल विजिटर्स के लिये लग्जरी रूम रेट करीब 200 डॉलर पर नाइट है जबकि मैच्योर ग्लोबल मार्केट्स में 400-500 डॉलर के आसपास हैं। ऐसे में ग्रोथ के लिये अवसर तो काफी ज्यादा है। 


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