बढ़ी कीमत पर भी किसानों की बिकवाली सीमित होने से गुंटूर में लालमिर्च की आवक में हाल ही में थोड़ी कमी आई है। लिवाली का भी समर्थन बना होने से आगामी दिनों में हाजिर में लालमिर्च में मजबूती बनी रह सकती है। गर्मियों की छुट्टिïयां समाप्त होने के करीब एक सप्ताह बाद लालमिर्च की थोक कीमत में तेजी आई थी। इस तेजी के बाद भी किसानों की बिकवाली घटने से आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंड़ी में लालमिर्च की आवक घटकर करीब 40-45 हजार बोरियों की होने तथा कीमत पूर्वस्तर पर ही बनी होने की सूचना मिली। इससे पूर्व वहां लालमिर्च की दैनिक आवक घटकर करीब 50-55 हजार बोरियों की होने की जानकारी मिली थी। आवक में आई इस नवीनतम कमी की वजह से हाजिर थोक बाजार में इस प्रमुख किराना जिंस की थोक कीमत में स्थिरता का रुख बना हुआ है। इस बार फसल की बुआई तुलनात्मक रूप से नीची हुई थी लेकिन मौसम का अनुकूल समर्थन मिलने और औसत उत्पादकता अच्छी आने से उत्पादन अच्छा होने का अनुमान है। बहरहाल, इससे पूर्व देश के शीर्ष लालमिर्च उत्पादक राज्यों, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, के कई क्षेत्रों में पूर्व में भारी वर्षा होने तथा बाढ़ आने की खबरें मिली थी। कीमत तुलनात्मक रूप से नीची बनी होने के बाद भी आंध्र प्रदेश समेत अन्य प्रमुख उत्पादक राज्यों के किसानों ने अपनी लालमिर्च फसल की तेजी से बिक्री कर रहे हैं। इसका प्रमुख कारण यह हो सकता है कि उन्हें इसमें और मंदी आने की आशंका सता रही हो। इधर, स्थानीय थोक किराना बाजार में 334 नंबर लालमिर्च में हाल ही में 500 रुपए तेज होकर फिलहाल 12,000/14,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी हुई है। इससे पूर्व इसमें इतनी ही मंदी आई थी। हालांकि तेजा तथा फुलकट जैसी किस्मों में पिछले दिनों थोड़ी तेजी आई है। बहरहाल, बढ़ी कीमत पर भी लिवाली का सामान्य समर्थन बना होने से गुंटूर में 334 नंबर लालमिर्च 11,000/12,500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बनी होने की जानकारी मिली। हाल ही में इसमें 500-2500 रुपए का उछाल आया था। 341 नंबर 11/14 रुपए पर 2000-2500 रुपए उछली थी। तेजा लालमिर्च भी फिलहाल 11,000/13,500 रुपए प्रति क्विंटल पर बनी होने की जानकारी मिली। फटकी मिर्च फिलहाल 4000/7500 रुपए पर 500 रुपए तेज होने की सूचना मिली थी। इसी प्रकार, तेलंगाना की वारंगल मंडी में भी तेजा लालमिर्च फिलहाल 12,500/14,500 रुपए प्रति क्विंटल पर बनी होने की जानकारी मिली थी। फटकी लालमिर्च फिलहाल 4500/8000 रुपए प्रति क्विंटल पर बनी होने की जानकारी मिली थी। इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। अत: आगामी दिनों में हाजिर में लालमिर्च मजबूत ही बनी रहने का अनुमान है।