मूंग की नई फसल गर्मी वाली सभी उत्पादक मंडियों में आने लगी है। अब नीचे वाले भावों पर दो-तीन दिनों से ग्राहकी निकलते ही 500/600 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गई है। अब इन भावों में एक बार माल बेचकर मुनाफा लेना जाना चाहिए, क्योंकि पक्के मालों में उस हिसाब से ग्राहकी नहीं है तथा फसल चारों तरफ बहुत ही बढिय़ा है। मूंग में पिछले दो-तीन दिनों के अंतराल 600 रुपए बढक़र क्वालिटी अनुसार एमपी यूपी के भाव 6500/7400 रुपए प्रति क्विंटल के बीच हो गए हैं। गौरतलब है कि पिछले पखवाड़े के शुरुआत में सरकार द्वारा मध्य प्रदेश में मूंग की खरीद नहीं किए जाने की चर्चा से बाजार 1100/1200 रुपए प्रति क्विंटल टूटकर 6000/6700 रुपए प्रति क्विंटल के बीच भाव रह गए थे, लेकिन नीचे वाले भाव पर माल नहीं मिलने तथा दाल मिलों की एक साथ लिवाली आते ही 500/600 रुपए छलांग लगाकर 6500/7400 रुपए प्रति क्विंटल के बीच क्वालिटी के अनुसार मूंग के भाव हो गए हैं। गौरतलब है कि यूपी एमपी की मंडियों में मूंग की आवक का दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है, उधर रांची लाइन में भी मूंग की निकासी ऊंचे भाव देखकर होने लगी है। दाल छिलका एवं धोया की बिक्री उस हिसाब से नहीं हो रही है, इसलिए एक बार जो बाजार बढ़ा हुआ है, इसमें माल बेचकर मुनाफा ले जाना चाहिए। राजस्थान के भी हल्के भारी माल प्रचुर मात्रा में पड़े हुए हैं, मध्य प्रदेश से लोडिंग आज की तेजी में बढ़ गई है। इधर कानपुर वाले भी पूरे दिन की लिवाली के बाद शाम को माल लेने से पीछे हट गए हैं तथा दिल्ली के लिए काफी मोटरें लोड हुई है, इन परिस्थितियों में माल खरीदने की बजाय एक बार बेचना ही लाभदायक लग रहा है। हम मानते हैं कि बाजार नाजायज टूट गया था, जिससे 600 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आनी कोई बड़ी बात नहीं थी, लेकिन अब इन बढ़े भाव में रिस्क लग रहा है।