TOP

ई - पेपर Subscribe Now!

ePaper
Subscribe Now!

Download
Android Mobile App

Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

15-07-2025

यंग पॉप्यूलेशन के टेस्ट के मुताबिक डिजाइन किए जा रहे हैं ट्यूर पैकेज

  •  हमारे देश में 65 प्रतिशत पापूलेशन 35 वर्ष से कम आयु की है और यह वह पापूलेशन है जो ट्रेवल फे्रन्डली है। ऐसे में ट्रेवल कम्पनियां मिलेनियल्स, जैनरेशन जेड, सोलो ट्रेवलर्स आदि के लिये यूनिक ट्यूर पैकेज डिजाइन कर रही हैं। पसंद के अनुसार लाइक माइंडेड ट्रेवलर्स के लिये पैकेज ऑफर किये जा रहे हैं। मसलन ‘जिन्दगी न मिलेगी दोबारा’ से पे्ररित ‘ला टोमाटीनो फेस्टीवल’ ट्रिप, मैड्रिड में पब क्राल्स आदि आदि। ट्रेवल सर्विसेज प्रोवाइडर्स के अनुसार जैनरेशन जेड, मिलेनियल्स वह गेस्ट गु्रप्स हैं जो केवल साइट सीइंग नहीं करना चाहती। वह यूनिक एक्सपीरियंस भी चाहती है। वे स्टोरीज, विज्युअल्स, फीलिंग्स, मोमेंट्स को शेयर करना चाहते हैं और इसके अनुसार ही ट्यूर डिजाइनिंग चाहते हैं। ऐसे में बे्रकअप गेटवे, ओटीटी स्टाइल ट्रेवल रील्स आदि को पसंद किया जा रहा है। ऊंचाई पर स्थित गांव में हंटिंग, सितारों से जगमग रात के विज्युअल्स, हिमाचल में चंद्रलता लेक पर यह व्यू, मेघालय में म्यूजिकल हैमलेट ऑफ कांगथांग, स्फिति घाटी की सैर आदि की डिमांड है। यंग गु्रप्स, कपल्स नई जगह को नई तरह से एक्सप्लोर करना चाहते हैं। रिमोट वर्क कल्चर ने इस प्रकार की ट्रेवलिंग को ज्यादा प्रमोट किया है क्योंकि काम के साथ तो ज्यादा छुट्टियां लेना मुश्किल होता है। ट्रेवल डेस्टीनेशंस की चॉइस में सोशियल मीडिया का योगदान भी बढ़ रहा है। नई जगह के बारे में जानने का अवसर मिलता है, और वही ट्रिप बुक भी की जाती है। थॉमस कुक इंडिया के एक अधिकारी के अनुसार यंग इन्डियंस देश की ट्रेवल स्टोरी को पावर ड्राइव कर रहे हैं। कम्पनी ने कॉन्सर्ट, पॉप कल्चर रेफरेंस, ग्लोबल इवेंट्स से जुड़े ट्यूर डिजाइन किये हैं। इसके प्रति रेस्पांस काफी अच्छा है। इटीनरीज में फिल्मिंग लोकेशंस, थीम कैफे  विजिट को शामिल किया जा रहा है। दिलचस्प यह है कि उपरोक्त यूनिक ट्यूर्स को काफी अफोर्डेबल प्राइस पॉइंट पर डिजाइन किया जा रहा है। उदाहरण के लिये क्रबी-फुकेत का फाइव नाइट/सिक्स डे ट्यूर ट्विन शेयरिंग बेसिस पर करीब 52,500 रुपये में अवेलेबल है। लांगकवी-क्वालालम्पुर पैकेज करीब 55,200 रुपये से है। हॉस्पीटेलिटी इंडस्ट्री में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसका कारण ट्रैवलर्स की पसंद बदलना है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सेके्रटरी जनरल के अनुसार 2030 तक 83 प्रतिशत ट्रैवलर्स मिलेनियल्स और जैन जेड होंगे। ऐसे में होटल्स भी इको-फ्रेन्डली इनीशिएटिव, वैलनेस रीट्रीट्स, कुलीनरी एक्सपीरियंस को तवज्जो दे रहे हैं। पर्सनेलाइज्ड जरूरत, टेक्नोलॉजी, कन्वीनियंस को काफी महत्व दिया जा रहा है। एसओटीसी ट्रेवल के डेटा के अनुसार आजकल कस्टमर्स स्प्रिच्युअल ट्यूर्स को भी काफी पसंद कर रहे हैं। चारधाम यात्रा, अयोध्या, प्रयागराज, द्वारका आदि डेस्टीनेशंस को पसंद किया जा रहा है।

Share
यंग पॉप्यूलेशन के टेस्ट के मुताबिक डिजाइन किए जा रहे हैं ट्यूर पैकेज

 हमारे देश में 65 प्रतिशत पापूलेशन 35 वर्ष से कम आयु की है और यह वह पापूलेशन है जो ट्रेवल फे्रन्डली है। ऐसे में ट्रेवल कम्पनियां मिलेनियल्स, जैनरेशन जेड, सोलो ट्रेवलर्स आदि के लिये यूनिक ट्यूर पैकेज डिजाइन कर रही हैं। पसंद के अनुसार लाइक माइंडेड ट्रेवलर्स के लिये पैकेज ऑफर किये जा रहे हैं। मसलन ‘जिन्दगी न मिलेगी दोबारा’ से पे्ररित ‘ला टोमाटीनो फेस्टीवल’ ट्रिप, मैड्रिड में पब क्राल्स आदि आदि। ट्रेवल सर्विसेज प्रोवाइडर्स के अनुसार जैनरेशन जेड, मिलेनियल्स वह गेस्ट गु्रप्स हैं जो केवल साइट सीइंग नहीं करना चाहती। वह यूनिक एक्सपीरियंस भी चाहती है। वे स्टोरीज, विज्युअल्स, फीलिंग्स, मोमेंट्स को शेयर करना चाहते हैं और इसके अनुसार ही ट्यूर डिजाइनिंग चाहते हैं। ऐसे में बे्रकअप गेटवे, ओटीटी स्टाइल ट्रेवल रील्स आदि को पसंद किया जा रहा है। ऊंचाई पर स्थित गांव में हंटिंग, सितारों से जगमग रात के विज्युअल्स, हिमाचल में चंद्रलता लेक पर यह व्यू, मेघालय में म्यूजिकल हैमलेट ऑफ कांगथांग, स्फिति घाटी की सैर आदि की डिमांड है। यंग गु्रप्स, कपल्स नई जगह को नई तरह से एक्सप्लोर करना चाहते हैं। रिमोट वर्क कल्चर ने इस प्रकार की ट्रेवलिंग को ज्यादा प्रमोट किया है क्योंकि काम के साथ तो ज्यादा छुट्टियां लेना मुश्किल होता है। ट्रेवल डेस्टीनेशंस की चॉइस में सोशियल मीडिया का योगदान भी बढ़ रहा है। नई जगह के बारे में जानने का अवसर मिलता है, और वही ट्रिप बुक भी की जाती है। थॉमस कुक इंडिया के एक अधिकारी के अनुसार यंग इन्डियंस देश की ट्रेवल स्टोरी को पावर ड्राइव कर रहे हैं। कम्पनी ने कॉन्सर्ट, पॉप कल्चर रेफरेंस, ग्लोबल इवेंट्स से जुड़े ट्यूर डिजाइन किये हैं। इसके प्रति रेस्पांस काफी अच्छा है। इटीनरीज में फिल्मिंग लोकेशंस, थीम कैफे  विजिट को शामिल किया जा रहा है। दिलचस्प यह है कि उपरोक्त यूनिक ट्यूर्स को काफी अफोर्डेबल प्राइस पॉइंट पर डिजाइन किया जा रहा है। उदाहरण के लिये क्रबी-फुकेत का फाइव नाइट/सिक्स डे ट्यूर ट्विन शेयरिंग बेसिस पर करीब 52,500 रुपये में अवेलेबल है। लांगकवी-क्वालालम्पुर पैकेज करीब 55,200 रुपये से है। हॉस्पीटेलिटी इंडस्ट्री में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसका कारण ट्रैवलर्स की पसंद बदलना है। होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सेके्रटरी जनरल के अनुसार 2030 तक 83 प्रतिशत ट्रैवलर्स मिलेनियल्स और जैन जेड होंगे। ऐसे में होटल्स भी इको-फ्रेन्डली इनीशिएटिव, वैलनेस रीट्रीट्स, कुलीनरी एक्सपीरियंस को तवज्जो दे रहे हैं। पर्सनेलाइज्ड जरूरत, टेक्नोलॉजी, कन्वीनियंस को काफी महत्व दिया जा रहा है। एसओटीसी ट्रेवल के डेटा के अनुसार आजकल कस्टमर्स स्प्रिच्युअल ट्यूर्स को भी काफी पसंद कर रहे हैं। चारधाम यात्रा, अयोध्या, प्रयागराज, द्वारका आदि डेस्टीनेशंस को पसंद किया जा रहा है।


Label

PREMIUM

CONNECT WITH US

X
Login
X

Login

X

Click here to make payment and subscribe
X

Please subscribe to view this section.

X

Please become paid subscriber to read complete news