दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट की संचालक कंपनी डॉयल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा है कि एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री क्षमता को बढ़ाकर 13 करोड़ तक पहुंचाया जा सकता है, क्योंकि परिचालन क्षमता और दक्षता लगातार बढ़ रही है। देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा आईजीआईए फिलहाल सालाना 10 करोड़ से अधिक यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता रखता है। वित्त वर्ष 2024-25 में इसने लगभग 7.93 करोड़ यात्रियों को संभाला था। चालू वर्ष में यात्रियों की संख्या इससे अधिक रहने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने कोई सटीक अनुमान नहीं बताया। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे का मौजूदा लक्ष्य वार्षिक 13 करोड़ यात्रियों की क्षमता तक पहुंचना है। टर्मिनल-1 (टी1) की वार्षिक क्षमता चार करोड़ यात्रियों की है, लेकिन इसे तीन से 10 प्रतिशत तक बढ़ाया जा सकता है। इससे टी1 की क्षमता करीब 4.4 करोड़ हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल उड़ानों के लिए उपयोग होने वाले टर्मिनल-3 (टी3) की डिजाइन क्षमता 3.4 करोड़ यात्रियों की थी लेकिन यह पहले से ही 5.1 करोड़ यात्रियों को संभाल रहा है। इसके अलावा टी3 में बने विमानों की पार्किंग और बोर्डिंग क्षेत्र ‘पियर्स’ से एक करोड़ से लेकर 1.2 करोड़ यात्रियों की अतिरिक्त क्षमता जुड़ जाएगी। हाल ही में नवीनीकृत टर्मिनल-2 (टी2) की क्षमता 1.5 करोड़ यात्रियों की है। इसका संचालन 26 अक्टूबर से दोबारा शुरू हुआ है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डॉयल) जीएमआर समूह के नेतृत्व वाला एक संयुक्त उपक्रम है, जो चार रनवे वाले आईजीआई हवाई अड्डे का संचालन करता है।