इंडियन आईपीओ मार्केट में एक बार फिर बहार लौट आई है और प्राइमरी मार्केट में कंपनियां लगातार अपना इश्यू लॉन्च कर रही है या फिर आईपीओ लाने के लिए कंपनियां अपना प्लान बना रही है। इसी क्रम में खास बात यह है कि इस वर्ष मेन बोर्ड के साथ एसएमई प्लेटफॉर्म पर आईपीओ लाने में राजस्थान के टीयर-2 व टीयर-3 शहरों की हिस्सेदारी भी लगातार बढ़ती जा रही है। जानकारी के अनुसार हाल ही में अजमेर जिले में रूपनगढ़ बेस्ड ओरेमेट अलॉयज एंड कास्टिंग्स लि. व उदयपुर बेस्ड फाइटोकेम रेमेडीज (इंडिया) लि. ने बीएसई एसएमई प्लेटफॉर्म पर एसएमई आईपीओ लाने के लिए एक्सचेंज के यहां अपने-अपने दस्तावेज दाखिल किए हैं। जानकारी के अनुसार रूपनगढ़ बेस्ड ओरेमेट अलॉयज एंड कास्टिंग्स लि. विभिन्न उद्योगों के लिए हाई क्वालिटी फेरो अलॉयज धातुओं की ट्रेडिंग करती है। उदयपुर बेस्ड फाइटोकेम रेमेडीज (इंडिया) लि. प्रमुख रूप से कोरोगेटेड बॉक्स, प्रिंटेड कोरोगेटेड बॉक्स, कोरोगेटेड रोल व कोरोगेटेड पैड्स व शीट्स आदि की मैन्युफैक्चरिंग में एक्टिव है। इसी तरह कोटा बेस्ड यूरेका कन्वेयर बेल्टिंग्स लि. व रूकमणि देवी गर्ग एग्रो इंपैक्स लि. का भी एसएमई आईपीओ पाइपलाइन में है। भीलवाड़ा बेस्ड दासरा हेल्थकेयर लि. (कृष्णा हॉस्पिटल) ने भी एसएमई आईपीओ को लेकर दिसंबर 2024 में एक्सचेंज के यहां अपने दस्तावेज दाखिल कर रखे हैं, जिसके लिए अप्रूवल मिलना बाकी है। ओरेमेट अलॉयज एंड कास्टिंग्स लि. के एमडी यशवर्धन बिरला के अनुसार नई जनरेशन को स्टॉक मार्केट की अपॉच्र्युनिटी का लाभ उठाना चाहिए। फाइटोकेम रेमेडीज इंडिया के प्रमोटर निरंजन सुराणा के अनुसार कंपनी आईपीओ के माध्यम से जुटाई जाने वाली राशि में से 11.34 करोड़ रुपए से नई मशीनरी व इक्विपमेंट खरीदेगी। इसके अलावा 9.15 करोड़ रुपए का यूज डेब्ट री-पेमेंट व 6.21 करोड़ रु. की राशि सिविल कंस्ट्रक्शन पर खर्च की जाएगी।
