फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में इंडिया में लिस्टेड कंपनियों पर कुल नेट डेब्ट (उधार) 6 प्रतिशत बढक़र 37.4 लाख करोड़ रुपये हो गया जबकि 2023-24 में कंपनियों का नेट डेब्ट मात्र 1 प्रतिशत ही बढ़ा था। दिलचस्प रूप से लिस्टेड कंपनियों पर कुल डेब्ट में करीब 50 प्रतिशत हिस्सेदारी तो सर्वाधिक उधार वाली टॉप 10 कंपनियों की ही है। लिस्टेड कंपनियों की बेलेंस शीट में 31 मार्च 2025 को कैश सरप्लस भी 13.5 लाख करोड़ रुपये के लेवल पर रहा। एक्सपटर्स की मानें तो 2024-25 में कंपनियों पर बढ़ा उधार असल में कैपिटल एक्सपेंडीचर (कैपेक्स) में दर्ज किए गए इजाफे के समान ही है। 2024-25 में लिस्टेड नॉन-फाइनेंस कंपनियों का कैपेक्स 20 प्रतिशत बढक़र 11 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है। 2024-25 में जिन कंपनियों पर सर्वाधिक नेट डेब्ट था उनमें सबसे ऊपर रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का नाम आता है। इसके बाद एनटीपीसी, वोडाफोन-आइडिया, भारती एयरटेल व ग्रासिम इंडस्ट्रीज का नाम आता है।
