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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

11-08-2025

Icodex Publishing Solution का : इंवेस्टरों के लिए Wealth Destroyer साबित हो सकता है कंपनी का आईपीओ

  •  आईकोडेक्स पब्लिशिंग सोल्यूशंस लि. का 42.03 करोड़ रुपए का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 अगस्त 2025 के बीच खुला रहेगा। इसके तहत कंपनी 98-102 रुपए के प्राइस-बेंड पर शेयर इश्यू कर जहां 32.53 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कंपनी के प्रमोटर्स अपनी कुछ होल्डिंग बेचकर 7.39 करोड़ रुपए जुटाना चाहते हैं। दिलचस्प रूप से आईपीओ फंड्स में से 16.70 करोड़ रुपए या करीब 50' आईपीओ राशि तो कंपनी केवल नया ऑफिस खोलने पर खर्च करेगी जो बिजनेस ग्रोथ के लिहाज से कितना प्रोडक्टिव साबित होगा यह समय ही बताएगा। इसके अलावा 1.12 करोड़ रुपए का यूज नए ऑफिस के लिए हार्डवेयर परचेज व 5.2 करोड़ रुपए का यूज वर्किंग कैपिटल के लिए किया जाएगा। पब्लिशिंग सेक्टर के लिए पुणे बेस्ड यह कंपनी सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट डवलपमेंट के क्षेत्र में एक्टिव है। कंपनी वर्तमान में को-वर्किंग स्पेस से ऑपरेट करती है जो किसी भी बिजनेस के लिए Asset-Light मॉडल होता है पर आईपीओ फंड्स का यूज बिजनेस ग्रोथ में न कर कंपनी द्वारा नया ऑफिस सेटअप कर बिनजेस को Asset Heavy 14 बनाने का निर्णय समझ से परे है। कंपनी के लिहाज से जोखिम का सबसे बड़ा पहलू अमेरिका द्वारा इंडिया पर लगाए गए टैरिफ की स्थिति में  Customer Concentration का है, क्योंकि 2024-25 में कंपनी की कुल रेवेन्यू में 42% कंट्रीब्यूशन अमेरिका बेस्ड एक कस्टमर का था। 2022-23 व 2023-24 में तो इस कस्टमर का कंपनी की रेवेन्यू  में कंट्रीब्यूशन 100% था। इसके अलावा कंपनी द्वारा बड़े लेवल पर TDS, GST, ESIC आदि जैसी रेगूलेटरी रिटनर्स फाइल करने में देरी की जा रही है।

    कंपनी के फाइनेंशियल्स को देखें तो 2023-24 में कंपनी ने 11 करोड़ रुपए की रेवेन्यू पर 4.39 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया व इस दौरान ऑपरेटिंग मार्जिन 41% रहे, वहीं 2024-25 में कंपनी की रेवेन्यू डबल होकर 22 करोड़ रुपए एवं नेट प्रोफिट भी 100% बढक़र 8.95 करोड़ रुपए दर्ज किया गया। इस दौरान कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन बढक़र 61% हो गए। वर्तमान में इंडियन आईटी इंडस्ट्री की टॉप कंपनियां के प्रॉफिट मार्जिनों पर व्यापक प्रेशर देखने को मिल रहा है, ऐसे में कंपनी के प्रॉफिट मार्जिनों की सस्टेनेबिलिटी पर सवाल उठना लाजिमी है। आईपीओ के तहत कंपनी 160 करोड़ रुपए का मार्केट कैप चाहती है, जिसके आधार पर रेवेन्यू मल्टीपल 2024-25 के आधार पर 7.27 गुना का व 2023-24 के आधार पर 14.5 गुना का आता है। पीई-मल्टीपल के लिहाज से कंपनी 18 गुना के मल्टीपल का वेल्यूएशन मांग रही है। अमेरिका से अधिकतर रेवेन्यू जनरेट वाली किसी कंपनी द्वारा अमेरिकी टैरिफ रिलेटेड अनिश्चितता के बीच इस तरह के आधारहीन वेल्यूएशन पर आईपीओ लाना अचंभित करने वाला लगता है। इंवेस्टरों के लिहाज से देखा जाए तो आईपीओ फंड्स का यूज बिजनेस ग्रोथ के लिए न करने, Unreasonable Valuation व Customer Concentration की भारी जोखिम होने के चलते आईकोडेक्स पब्लिशिंग सोल्यूसंस लि. का आईपीओ Wealth Destroyer साबित हो सकता है। कंपनी ने आईपीओ के लिए कोलकाता बेस्ड इंडकैप एडवाइजर्स प्रा. लि. को मर्चेंट बैंकर एपाइंट किया है।

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Icodex Publishing Solution का : इंवेस्टरों के लिए Wealth Destroyer साबित हो सकता है कंपनी का आईपीओ

 आईकोडेक्स पब्लिशिंग सोल्यूशंस लि. का 42.03 करोड़ रुपए का एसएमई आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 11-13 अगस्त 2025 के बीच खुला रहेगा। इसके तहत कंपनी 98-102 रुपए के प्राइस-बेंड पर शेयर इश्यू कर जहां 32.53 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है वहीं ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत कंपनी के प्रमोटर्स अपनी कुछ होल्डिंग बेचकर 7.39 करोड़ रुपए जुटाना चाहते हैं। दिलचस्प रूप से आईपीओ फंड्स में से 16.70 करोड़ रुपए या करीब 50' आईपीओ राशि तो कंपनी केवल नया ऑफिस खोलने पर खर्च करेगी जो बिजनेस ग्रोथ के लिहाज से कितना प्रोडक्टिव साबित होगा यह समय ही बताएगा। इसके अलावा 1.12 करोड़ रुपए का यूज नए ऑफिस के लिए हार्डवेयर परचेज व 5.2 करोड़ रुपए का यूज वर्किंग कैपिटल के लिए किया जाएगा। पब्लिशिंग सेक्टर के लिए पुणे बेस्ड यह कंपनी सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट डवलपमेंट के क्षेत्र में एक्टिव है। कंपनी वर्तमान में को-वर्किंग स्पेस से ऑपरेट करती है जो किसी भी बिजनेस के लिए Asset-Light मॉडल होता है पर आईपीओ फंड्स का यूज बिजनेस ग्रोथ में न कर कंपनी द्वारा नया ऑफिस सेटअप कर बिनजेस को Asset Heavy 14 बनाने का निर्णय समझ से परे है। कंपनी के लिहाज से जोखिम का सबसे बड़ा पहलू अमेरिका द्वारा इंडिया पर लगाए गए टैरिफ की स्थिति में  Customer Concentration का है, क्योंकि 2024-25 में कंपनी की कुल रेवेन्यू में 42% कंट्रीब्यूशन अमेरिका बेस्ड एक कस्टमर का था। 2022-23 व 2023-24 में तो इस कस्टमर का कंपनी की रेवेन्यू  में कंट्रीब्यूशन 100% था। इसके अलावा कंपनी द्वारा बड़े लेवल पर TDS, GST, ESIC आदि जैसी रेगूलेटरी रिटनर्स फाइल करने में देरी की जा रही है।

कंपनी के फाइनेंशियल्स को देखें तो 2023-24 में कंपनी ने 11 करोड़ रुपए की रेवेन्यू पर 4.39 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया व इस दौरान ऑपरेटिंग मार्जिन 41% रहे, वहीं 2024-25 में कंपनी की रेवेन्यू डबल होकर 22 करोड़ रुपए एवं नेट प्रोफिट भी 100% बढक़र 8.95 करोड़ रुपए दर्ज किया गया। इस दौरान कंपनी के ऑपरेटिंग मार्जिन बढक़र 61% हो गए। वर्तमान में इंडियन आईटी इंडस्ट्री की टॉप कंपनियां के प्रॉफिट मार्जिनों पर व्यापक प्रेशर देखने को मिल रहा है, ऐसे में कंपनी के प्रॉफिट मार्जिनों की सस्टेनेबिलिटी पर सवाल उठना लाजिमी है। आईपीओ के तहत कंपनी 160 करोड़ रुपए का मार्केट कैप चाहती है, जिसके आधार पर रेवेन्यू मल्टीपल 2024-25 के आधार पर 7.27 गुना का व 2023-24 के आधार पर 14.5 गुना का आता है। पीई-मल्टीपल के लिहाज से कंपनी 18 गुना के मल्टीपल का वेल्यूएशन मांग रही है। अमेरिका से अधिकतर रेवेन्यू जनरेट वाली किसी कंपनी द्वारा अमेरिकी टैरिफ रिलेटेड अनिश्चितता के बीच इस तरह के आधारहीन वेल्यूएशन पर आईपीओ लाना अचंभित करने वाला लगता है। इंवेस्टरों के लिहाज से देखा जाए तो आईपीओ फंड्स का यूज बिजनेस ग्रोथ के लिए न करने, Unreasonable Valuation व Customer Concentration की भारी जोखिम होने के चलते आईकोडेक्स पब्लिशिंग सोल्यूसंस लि. का आईपीओ Wealth Destroyer साबित हो सकता है। कंपनी ने आईपीओ के लिए कोलकाता बेस्ड इंडकैप एडवाइजर्स प्रा. लि. को मर्चेंट बैंकर एपाइंट किया है।


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