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09-08-2025

एसबीआई ने पहली तिमाही में कमाया 19,160 करोड़ रुपए का मुनाफा, ब्याज से आय 41 हजार करोड़ रुपए से अधिक रही

  •  देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 19,160 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 17,035 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में एसबीआई का परिचालन लाभ सालाना आधार पर 15.49 प्रतिशत बढक़र 30,544 करोड़ रुपए हो गया। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई), जो ऋणों पर अर्जित ब्याज और जमा पर दिए गए ब्याज के बीच के अंतर को दर्शाती है, तिमाही के लिए 41,072.4 करोड़ रुपए पर स्थिर रही, जो पिछले वर्ष के 41,126 करोड़ रुपए के लगभग समान है। अप्रैल-जून तिमाही के अंत में ग्रॉस एनपीए 1.83 प्रतिशत रहने के साथ, तिमाही के लिए एसबीआई की परिसंपत्ति गुणवत्ता में 38 आधार अंकों का सुधार हुआ। पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में नेट एनपीए 10 आधार अंक बढक़र 0.47 प्रतिशत हो गया। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में बैंक का स्लिपेज रेश्यो सालाना आधार पर 9 आधार अंक बढक़र 0.75 प्रतिशत हो गया। बैंकिंग में स्लिपेज रेश्यो उस दर की माप है, जिस पर बैंक के गुड लोन नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) में बदल जाते हैं। यह वर्ष की शुरुआत में नए एनपीए और स्टैंडर्ड एडवांस का रेश्यो है। वर्ष के दौरान एनपीए में नई वृद्धि या बैंक की स्टैंडर्ड एसेट्स की वर्तमान स्थिति से नीचे गिरना स्लिपेज कहलाता है। बैंक के एसएमई एडवांस में सालाना आधार पर 19.10 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, इसके बाद एग्रीकल्चर एडवांस में 12.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिटेल पर्सनल एडवांस और कॉर्पोरेट एडवांस में सालाना आधार पर क्रमश: 12.56 प्रतिशत और 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। सरकारी स्वामित्व वाले बैंक का करंट एंड सेविंग डिपॉजिट (सीएएसए) जमा पिछले वर्ष की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़ी है। सीएएसए जमा कम ब्याज दरों पर धन जुटाने का एक स्रोत है और इसमें कोई भी वृद्धि बैंक की लाभप्रदता को बढ़ाती है। 30 जून 2025 तक बैंक का सीएएसए रेश्यो 39.36 प्रतिशत था। अप्रैल-जून तिमाही में एसबीआई के होलसेल बैंक एडवांस पिछले वर्ष की तुलना में 11.6 प्रतिशत बढ़े, जबकि डोमेस्टिक एडवांस सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़े। पहली तिमाही में बैंक की थोक बैंक जमा पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.6 प्रतिशत बढ़ी, जबकि घरेलू अग्रिम 11.96 प्रतिशत बढ़े। एसबीआई के विदेशी कार्यालयों के एडवांस सालाना आधार पर 14.81 प्रतिशत बढ़े और अब बैंक के समग्र एडवांस के 42.5 लाख करोड़ रुपए हो गए हैं।

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एसबीआई ने पहली तिमाही में कमाया 19,160 करोड़ रुपए का मुनाफा, ब्याज से आय 41 हजार करोड़ रुपए से अधिक रही

 देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ में 12.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 19,160 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 17,035 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में एसबीआई का परिचालन लाभ सालाना आधार पर 15.49 प्रतिशत बढक़र 30,544 करोड़ रुपए हो गया। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (एनआईआई), जो ऋणों पर अर्जित ब्याज और जमा पर दिए गए ब्याज के बीच के अंतर को दर्शाती है, तिमाही के लिए 41,072.4 करोड़ रुपए पर स्थिर रही, जो पिछले वर्ष के 41,126 करोड़ रुपए के लगभग समान है। अप्रैल-जून तिमाही के अंत में ग्रॉस एनपीए 1.83 प्रतिशत रहने के साथ, तिमाही के लिए एसबीआई की परिसंपत्ति गुणवत्ता में 38 आधार अंकों का सुधार हुआ। पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में नेट एनपीए 10 आधार अंक बढक़र 0.47 प्रतिशत हो गया। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में बैंक का स्लिपेज रेश्यो सालाना आधार पर 9 आधार अंक बढक़र 0.75 प्रतिशत हो गया। बैंकिंग में स्लिपेज रेश्यो उस दर की माप है, जिस पर बैंक के गुड लोन नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स (एनपीए) में बदल जाते हैं। यह वर्ष की शुरुआत में नए एनपीए और स्टैंडर्ड एडवांस का रेश्यो है। वर्ष के दौरान एनपीए में नई वृद्धि या बैंक की स्टैंडर्ड एसेट्स की वर्तमान स्थिति से नीचे गिरना स्लिपेज कहलाता है। बैंक के एसएमई एडवांस में सालाना आधार पर 19.10 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, इसके बाद एग्रीकल्चर एडवांस में 12.67 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिटेल पर्सनल एडवांस और कॉर्पोरेट एडवांस में सालाना आधार पर क्रमश: 12.56 प्रतिशत और 5.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। सरकारी स्वामित्व वाले बैंक का करंट एंड सेविंग डिपॉजिट (सीएएसए) जमा पिछले वर्ष की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़ी है। सीएएसए जमा कम ब्याज दरों पर धन जुटाने का एक स्रोत है और इसमें कोई भी वृद्धि बैंक की लाभप्रदता को बढ़ाती है। 30 जून 2025 तक बैंक का सीएएसए रेश्यो 39.36 प्रतिशत था। अप्रैल-जून तिमाही में एसबीआई के होलसेल बैंक एडवांस पिछले वर्ष की तुलना में 11.6 प्रतिशत बढ़े, जबकि डोमेस्टिक एडवांस सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़े। पहली तिमाही में बैंक की थोक बैंक जमा पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 11.6 प्रतिशत बढ़ी, जबकि घरेलू अग्रिम 11.96 प्रतिशत बढ़े। एसबीआई के विदेशी कार्यालयों के एडवांस सालाना आधार पर 14.81 प्रतिशत बढ़े और अब बैंक के समग्र एडवांस के 42.5 लाख करोड़ रुपए हो गए हैं।


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