धातु एवं खनन कारोबार से जुड़ी कंपनी वेदांता लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में एकीकृत ‘समायोजित’ शुद्ध लाभ 13 पर्सेंट बढक़र 5,000 करोड़ रुपये हो गया। इस तिमाही में राजस्व बढऩे से लाभ में वृद्धि हुई है। वेदांता ने एक बयान में अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय नतीजे की सूचना दी। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 4,433 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। वेदांता लिमिटेड ने कहा, ‘‘आलोच्य तिमाही के लिए समायोजित शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 13 पर्सेंट बढक़र 5,000 करोड़ रुपये रहा जबकि शुद्ध लाभ 4,457 करोड़ रुपये रहा।’ समायोजित शुद्ध लाभ की गणना करते समय मुक्त क्षेत्र लाइसेंस नीति के तहत हासिल ब्लॉक में केयर्न की उत्खनन लागत को शामिल नहीं किया गया है। आलोच्य तिमाही में कंपनी का राजस्व बढक़र 37,434 करोड़ रुपये हो गया जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 35,239 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन अवधि में वेदांता का खर्च बढक़र 32,756 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 30,772 करोड़ रुपये था। वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘पहली तिमाही का यह प्रदर्शन आने वाले समय के लिए एक मजबूत बुनियाद तैयार करता है। वैश्विक बाजार में अनिश्चितता के बीच हम अपना अबतक का सर्वाधिक एबिटा (कर-पूर्व आय) दर्ज करने में सफल रहे।’’