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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

06-12-2025

तीन महीनों में 17 लाख से ज़्यादा चांदी के उत्पाद एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किए गए

  •  हॉलमार्किंग शुरू होने के तीन महीनों के भीतर चांदी के 17.35 लाख से अधिक गहने विशिष्ट पहचान संख्या एचयूआईडी के साथ जारी किए जा चुके हैं। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। हालांकि चांदी की हॉलमार्किंग योजना एक सितंबर, 2025 से स्वैच्छिक बनी हुई है, लेकिन हॉलमार्क वाले किसी भी चांदी सामग्री के लिए विशिष्ट पहचान एचयूआईडी की मार्किंग ज़रूरी कर दी गई है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘चांदी के गहनों में एचयूआईडी हॉलमार्किंग शुद्धता आश्वासन को मज़बूत करने और नकली हॉलमार्किंग के चलन को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।’’ जोशी ने कहा, ‘‘अपनी मर्ज़ी से (बीआईएस) हॉलमार्क किए गए चांदी की वस्तुओं पर एचयूआईडी ज़रूरी होने से हर उत्पाद पर छह अंकों का एक विशिष्ट पहचान कोड होता है जो पूरी तरह से ‘डिजिटल ट्रेसेबिलिटी’ और बेहतर उपभोक्ता सुरक्षा को संभव बनाता है।’’ भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने एक सितंबर, 2025 से सभी हॉलमार्क वाली चांदी के आभूषण और सामग्रियों के लिए एचयूआईडी ज़रूरी कर दिया है। यह उपभोक्ता संरक्षण और नकली हॉलमार्किंग को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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तीन महीनों में 17 लाख से ज़्यादा चांदी के उत्पाद एचयूआईडी के साथ हॉलमार्क किए गए

 हॉलमार्किंग शुरू होने के तीन महीनों के भीतर चांदी के 17.35 लाख से अधिक गहने विशिष्ट पहचान संख्या एचयूआईडी के साथ जारी किए जा चुके हैं। सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। हालांकि चांदी की हॉलमार्किंग योजना एक सितंबर, 2025 से स्वैच्छिक बनी हुई है, लेकिन हॉलमार्क वाले किसी भी चांदी सामग्री के लिए विशिष्ट पहचान एचयूआईडी की मार्किंग ज़रूरी कर दी गई है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘चांदी के गहनों में एचयूआईडी हॉलमार्किंग शुद्धता आश्वासन को मज़बूत करने और नकली हॉलमार्किंग के चलन को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।’’ जोशी ने कहा, ‘‘अपनी मर्ज़ी से (बीआईएस) हॉलमार्क किए गए चांदी की वस्तुओं पर एचयूआईडी ज़रूरी होने से हर उत्पाद पर छह अंकों का एक विशिष्ट पहचान कोड होता है जो पूरी तरह से ‘डिजिटल ट्रेसेबिलिटी’ और बेहतर उपभोक्ता सुरक्षा को संभव बनाता है।’’ भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने एक सितंबर, 2025 से सभी हॉलमार्क वाली चांदी के आभूषण और सामग्रियों के लिए एचयूआईडी ज़रूरी कर दिया है। यह उपभोक्ता संरक्षण और नकली हॉलमार्किंग को रोकने की दिशा में एक बड़ा कदम है।


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