जोधपुर समेत समूचे प्रदेश में इंडस्ट्री के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं, जो एक संपूर्ण कारोबारी माहौल प्रदान करती हैं। इंडस्ट्री के मामले में जोधपुर ने न केवल देश में बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अद्भुत क्षमता के साथ ख्याति अर्जित की है। औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जोधपुर के उद्यमी विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुये अपनी उद्यमीशीलता के दम पर आगे बढ़ रहे हैं और औद्योगिक विकास की नई इबारत लिख रहे है। विंड, थर्मल पावर व सोलर एनर्जी के बाद राजस्थान सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग के मामले में इंडिया का बड़ा हब बन गया है। राजस्थान में जैसलमेर, चित्तौडग़ढ़, निम्बाहेड़ा, उदयपुर, कोटा व नागौर समेत विभिन्न स्थानों पर लाइम स्टोन के अथाह भंडार मौजूद है। राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर कई सीमेंट कंपनियां अपना प्लांट लगा रही है और कई कंपनियों के सीमेंट प्लांट के साथ थर्मल प्लांट पाइपलाइन में है। वहीं राजस्थान समेत इंडिया में थर्मल पावर प्लांट, सीमेंट प्लांट, स्टील इंडस्ट्री, पोर्ट, नई वैली लिग्नाइट व एनटीपीसी आदि के प्लांटों में कंपनी द्वारा निर्मित कन्वेयर बेल्टिंग का उपयोग वृहद स्तर पर किया जा रहा है। ऐसे में इन प्लांटों में लगने वाली कन्वेयर बेल्टिंग की मैन्युफैक्चरिंग के मामले में भी जोधपुर ने देश में अपनी अलग पहचान कायम की है। सोमी कन्वेयर बेल्टिंग्स लिमिटेड, जो कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज व बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है, उनके मैनेजिंग डायरेक्टर विमल भंसाली ने बताया कि उनकी कंपनी द्वारा वर्तमान में 2400 एमएम चौड़ाई तक की प्रतिदिन 4000 मीटर कन्वेयर बेल्टिंग की मैन्युफैक्चरिंग की जा रही है। कंपनी 600 मीटर सिंगल रोल में कन्वेयर बेल्टिंग बना सकती है, जो राजस्थान में कोई भी अन्य बेल्टिंग कंपनी नहीं बना सकती है। कंपनी वर्तमान में स्टील कोर्ड, फ्रेबिक कन्वयेर बेल्ट, पाइप कन्वेयर बेल्ट, फायर रजिसटेंट समेत विभिन्न प्रकार की कन्वेयर बेल्ट बना रही हैं। कंपनी के जोधपुर के सांगरिया व तनावड़ा में करीब 4.5 लाख स्क्वायर फीट में दो मैन्युफैक्चरिंग युनिट्स स्थापित है, जहां पर लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के माध्यम से कन्वेयर बेल्टिंग की मैन्युफैक्चरिंग की जा रही है। कंपनी का नाम इंडिया की बेल्टिंग सेगमेंट की टॉप 2 कंपनियों में प्रमुखता से लिया जाता है।