इंडियन स्टॉक मार्केट में सितंबर-अक्टूबर 2024 से फॉरेन इंवेस्टरों की सेलिंग के कारण आई गिरावट का इंपैक्ट नए डीमैट अकाउंट्स के एडीशन पर भी दिखने लगा है। जनवरी 2025 से ही नए ओपन हो रहे डीमैट अकाउंट्स की संख्या लगातार कम हो रही है। अप्रेल 2025 में भी यह ट्रेंड जारी रहा व इस दौरान डीमैट अकाउंट्स एडीशन पिछले 2 वर्ष के मिनिमम लेवल पर आ गए। डिपॉजिटिरी कंपनियों सीडीएसएल व एनएसडीएल द्वारा जारी डाटा के अनुसार अप्रेल 2025 में केवल 20 लाख नए डीमैट अकाउंट्स ओपन हुए व यह आंकड़ा पिछले 2 वर्ष का सबसे कम आंकड़ा है। इंडिया में डीमैट अकाउंट्स एडीशन के ट्रेंड का एनालिसिस करें तो नवंबर व दिसंबर 2024 में ओपन हुए क्रमश: 31.7 लाख व 32.6 लाख डीमैट अकाउंट्स के बाद से यह आंकड़ा लगातार कम हो रहा है। जनवरी 2025 में जहां 28.3 लाख नए डीमैट अकाउंट्स ओपन हुए वहीं फरवरी में यह घटकर 22.6 लाख व मार्च 2025 में यह और घटकर 20.4 लाख ही रह गए। अप्रेल 2025 में अंत में देश में कुल डीमैट अकाउंट्स की संख्या 19.44 करोड़ पहुंच गई जबकि नवंबर 2024 में यह संख्या 18.21 करोड़ थी। एक्सपटर््स के अनुसार अप्रेल 2025 में सेकंडरी मार्केट्स में रिकवरी के बावजूद प्राइमरी यानि आईपीओ मार्केट में एक्टिविटीज काफी कमजोर रही। इस दौरान स्टॉक एक्सचेंजों के मेन प्लेटफॉर्म पर केवल 1 व एसएमई प्लेटफॉर्म पर केवल 4 आईपीओ ही लांच हुए। गौरतलब है कि आईपीओ मार्केट में गतिशीलता आमतौर पर नए डीमैट अकाउंट्स एडीशन को ड्राइव करता है।
