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09-12-2025

सीएट की ग्लोबल मार्केट पर नजर

  • टायर बनाने वाली कंपनी सीएट विभिन्न वैश्विक बाजारों के लिए खास तौर से टायर बना रही है, ताकि यूरोप और अमेरिका जैसे क्षेत्रों में निर्यात बढ़ाया और खुद को वैश्विक ब्रांड बनाया जा सके। आरपीजी समूह के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका ने यह बात कही। आरपीजी समूह की इस कंपनी की कुल आय में निर्यात की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है और आने वाले कुछ सालों में ये हिस्सा बढऩे की उम्मीद है। गोयनका ने बातचीत में कहा, ''हम अंतरराष्ट्रीय वृद्धि पर बहुत ध्यान दे रहे हैं - अमेरिका में वृद्धि, यूरोप में वृद्धि। हमारा लक्ष्य वैश्विक ब्रांड बनना है। हम अक्सर कहते हैं कि भारतीय उद्योग ब्रांड बनाने और वैश्विक वृद्धि में और ज्यादा निवेश कर सकते हैं। ये हमारे लिए एक प्रमुख क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि कंपनी किसी क्षेत्र की खास जरूरतों के हिसाब से टायर बना रही है। गोयनका ने कहा, इटली में ग्राहक को क्या चाहिए, स्पेन में क्या चाहिए – हम उस खास बाजार के लिए पूरी श्रृंखला विकसित कर रहे हैं। कंपनी नॉर्डिक क्षेत्र, जर्मनी और अलग-अलग जगहों पर टायर का परीक्षण कर रही है। उन्होंने कहा, हम सडक़ की खास स्थिति के लिए टायर बनाते हैं। पश्चिम एशिया में ज्यादातर सीधी सडक़ें हैं। यूरोप में घुमावदार सडक़ें हैं। अमेरिका में सीधी सडक़ें हैं। मौसम भी अलग-अलग है, इसलिए इन सबको ध्यान में रखकर टायर बनाना पड़ता है। गोयनका ने कहा कि कंपनी भविष्य की वृद्धि को लेकर बहुत आशावादी है। उन्होंने कहा, हमें क्षमता की कमी महसूस हो रही है। हमारी 60 प्रतिशत बिक्री पुराने टायरों को बदलने के लिए की जाने वाली खरीद से आती है। हम 20 प्रतिशत बिक्री अंतरराष्ट्रीय बाजार में और 20-25 प्रतिशत बिक्री ओईएम को करते हैं। सभी क्षेत्र सकारात्मक दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू टायर उद्योग का भविष्य कुल मिलाकर सकारात्मक है।

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सीएट की ग्लोबल मार्केट पर नजर

टायर बनाने वाली कंपनी सीएट विभिन्न वैश्विक बाजारों के लिए खास तौर से टायर बना रही है, ताकि यूरोप और अमेरिका जैसे क्षेत्रों में निर्यात बढ़ाया और खुद को वैश्विक ब्रांड बनाया जा सके। आरपीजी समूह के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका ने यह बात कही। आरपीजी समूह की इस कंपनी की कुल आय में निर्यात की 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है और आने वाले कुछ सालों में ये हिस्सा बढऩे की उम्मीद है। गोयनका ने बातचीत में कहा, ''हम अंतरराष्ट्रीय वृद्धि पर बहुत ध्यान दे रहे हैं - अमेरिका में वृद्धि, यूरोप में वृद्धि। हमारा लक्ष्य वैश्विक ब्रांड बनना है। हम अक्सर कहते हैं कि भारतीय उद्योग ब्रांड बनाने और वैश्विक वृद्धि में और ज्यादा निवेश कर सकते हैं। ये हमारे लिए एक प्रमुख क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि कंपनी किसी क्षेत्र की खास जरूरतों के हिसाब से टायर बना रही है। गोयनका ने कहा, इटली में ग्राहक को क्या चाहिए, स्पेन में क्या चाहिए – हम उस खास बाजार के लिए पूरी श्रृंखला विकसित कर रहे हैं। कंपनी नॉर्डिक क्षेत्र, जर्मनी और अलग-अलग जगहों पर टायर का परीक्षण कर रही है। उन्होंने कहा, हम सडक़ की खास स्थिति के लिए टायर बनाते हैं। पश्चिम एशिया में ज्यादातर सीधी सडक़ें हैं। यूरोप में घुमावदार सडक़ें हैं। अमेरिका में सीधी सडक़ें हैं। मौसम भी अलग-अलग है, इसलिए इन सबको ध्यान में रखकर टायर बनाना पड़ता है। गोयनका ने कहा कि कंपनी भविष्य की वृद्धि को लेकर बहुत आशावादी है। उन्होंने कहा, हमें क्षमता की कमी महसूस हो रही है। हमारी 60 प्रतिशत बिक्री पुराने टायरों को बदलने के लिए की जाने वाली खरीद से आती है। हम 20 प्रतिशत बिक्री अंतरराष्ट्रीय बाजार में और 20-25 प्रतिशत बिक्री ओईएम को करते हैं। सभी क्षेत्र सकारात्मक दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू टायर उद्योग का भविष्य कुल मिलाकर सकारात्मक है।


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